मध्य प्रदेश के कटनी जिला स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में अपने वरिष्ठ सहकर्मी जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) अशोक शिकारा (45) की कथित रूप से गोली मार कर हत्या करने वाले डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) के एक हवलदार ने करीब 39 घंटे बाद पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। हवलदार एस सिंह (करीब 55 साल) ने मामूली विवाद को लेकर शनिवार रात को शिकारा की हत्या कर दी और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के विशाल परिसर में कहीं जाकर छिप गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

मामले में माधव नगर पुलिस थाने के उप-निरीक्षक सीके तिवारी ने बताया कि हवलदार एस सिंह ने शनिवार रात करीब सात बजकर 55 मिनट पर अशोक शिकारा पर राइफल से पांच गोलियां दाग दीं और उसके बाद आयुध निर्माणी कटनी के विशाल परिसर में कहीं जाकर छिप गया। इस परिसर में ऊंची-ऊंची कई इमारतें हैं। पुलिस अधीक्षक शाक्यवार ने बताया, ‘वह कभी-कभी आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हो जाता, लेकिन पल भर में ही अपने आत्मसमर्पण करने के इरादे को बदल देता है और अपना मोबाइल फोन बंद कर देता।’

उन्होंने कहा कि आरोपी के पास करीब 15 से 20 गोलियों से भरी इंसास रायफल थीं और वह धमकी दे रहा था कि यदि कोई उसके नजदीक आया तो वह खुद को गोली मार कर अपनी जान दे देगा। शाक्यवार ने बताया कि आयुध निमार्णी में डीएससी के प्रभारी कर्नल ने आरोपी के आत्मसमर्पण के लिए प्रयास किए। माधव नगर पुलिस थाने के उप-निरीक्षक तिवारी ने कहा कि यह हवलदार पहले डिफेंस सिक्योरिटी कोर में पैसे एवं ड्यूटी का हिसाब-किताब रखता था।

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार जब अशोक शिकारा कुछ दिन पहले वहां पर स्थानांतरित होकर कर आए तो इन दोनों में अधिकार क्षेत्र को लेकर टकराव होने लगा और कथित तौर पर इसी के परिणाम स्वरूप आरोपी ने शिकारा को गोली मार दी। तिवारी ने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया गया है और विस्तृत जांच जारी है। देश की सभी आयुद्ध निर्मार्णियों में सुरक्षा का दायित्व डीएससी को दिया गया है। (एजेंसी इनपुट)