Maharashtra Politics: महाराष्ट्र से लगातार देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की बीच लगातार अनबन की खबरें आ रही हैं। इन खबरों के बीच अब राज्य के डिप्टी सीएम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हल्के में लेने की जरूरत नहीं है। मीडिया कर्मियों से बातचीत में एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें 2022 में हल्के में लिया गया था, तब उन्होंने सरकार बदल दी। इसलिए उन्हें हल्के में न लिया जाए।

एकनाथ शिंदे ने एक सवाल के जवाब में कहा, “ये तो मैंने पहले ही कहा है, जिन्होंने मुझे हलके में लिया है। मैं एक सामान्य कार्यकर्ता हूं लेकिन बालासाहेब और दिघे साहब का कार्यकर्ता हूं… ये समझकर मुझे सबने लेना चाहिए… और इसलिए जब हल्के में लिया तो 2022 में टांगा पल्टी कर दिया, सरकार को बदल दिया। आम लोगों के मन की सरकार वहां पर लेकर आए और जो लोग चाहते थए डबल इंजन की सरकार चली।”

उन्होंने आगे कहा, “विधानसभा के भाषण में जो मैंने पहले कहा था कि मैं और देवेंद्र जी 200 से ज्यादा सीटें लाऊंगा, 232 सीटें आई हैं… इसलिए मुझे हल्के में मत लेना, यह इशारा जिसे समझना है वो समझ ले। मैं मेरा काम करता रहूंगा।”

बीजेपी-शिवसेना में बढ़ रही दूरी? सुरक्षा में कटौती किए जाने से नाखुश हैं शिंदे के विधायक

फडवीस और शरद पवार के साथ मराठी साहित्य सम्मेलन में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी

महाराष्ट्र से आ रही सियासी खबरों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी और शरद पवार देश की राजधानी नई दिल्ली में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज शरद पवार जी के निमंत्रण पर मुझे इस गौरवशाली परंपरा में शामिल होने का अवसर मिल रहा है…मराठी भाषा अमृत से भी मीठी है, इसलिए आप मराठी भाषा और मराठी संस्कृति के प्रति मेरे प्रेम से भली-भांति परिचित हैं। मैं आप विद्वानों जितना मराठी में पारंगत नहीं हूं, लेकिन मैंने मराठी बोलने, मराठी के नए शब्द सीखने का निरंतर प्रयास किया है।”

इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज हम इस बात पर भी गर्व महसूस करते हैं कि महाराष्ट्र की धरती पर एक महान मराठी भाषी व्यक्ति ने 100 वर्ष पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीज बोए थे। आज यह वट वृक्ष के रूप में अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है…मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि लाखों अन्य लोगों की तरह आरएसएस ने मुझे भी राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा दी है…”