दिल्ली सरकार ने रविवार को कहा कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल के एक छात्र की मौत के बाद उसके पिता के आरोपों के मद्देनजर सीबीआई जांच की सिफारिश की जाएगी। पिता का आरोप है कि बच्चे का यौन उत्पीड़न कर उसकी हत्या की गयी। दिल्ली सरकार के आदेश पर हुई मजिस्ट्रेटी जांच में कहा गया कि स्कूल के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर कार्रवाई नहीं करना गंभीर आपराधिक लापरवाही के समान था जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गयी। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘‘हम देवांश की मृत्यु के मामले में निश्चित रूप से सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे। हम चल रही जांच में खामियां देख सकते हैं। देवांश के माता-पिता ने गंभीर आरोप लगाये हैं।’’

शिक्षा विभाग का प्रभार भी संभाल रहे सिसोदिया ने शनिवार को कहा था कि देवांश की मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच ने ‘जघन्य अपराध’ की ओर संकेत दिया है और अभी तक हुई जांच में बच्चे के माता-पिता की बात की ‘अनदेखी’ की गयी है। उन्होंने यह दावा भी किया कि अभी तक किसी पुलिस अधिकारी ने देवांश के माता-पिता से मुलाकात नहीं की है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज बेंगलुरु से वापस आना है, उनके आने के बाद उचित परामर्श करके सीबीआई जांच की सिफारिश की जाएगी। बच्चे के पिता रामहित मीणा ने शनिवार को आरोप लगाया था कि उसके निजी अंगों समेत शरीर पर चोट के निशान देखे गये हैं।

मीणा ने कहा कि उन्होंने बच्चे के निजी अंगों में रूई के फाहे देखे। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के प्राचार्य ने परिवार को इस मामले में चुप रहने की धमकी दी है। उन्होंने मामले में सीबीआई जांच की मांग दोहराई। मीणा ने स्कूल का लाइसेंस निरस्त करने की मांग करते हुए कहा, ‘‘मैंने शव देखा था। उसके निजी अंगों में चोट के निशान और रूई देखी थी। प्राचार्य मुझे शुरू से धमका रहीं हैं और कह रहीं हैं कि मेरे लिए चुप रहना अच्छा होगा।’’

हालांकि जांच संभाल रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अभी तक हुई जांच के आधार पर यौन उत्पीड़न की बात खारिज कर दी है। देवांश 30 जनवरी को दक्षिण दिल्ली स्थित स्कूल के एंफीथियेटर के नीचे एक टैंक में मृत मिला था। पुलिस के मुताबिक शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से उसकी जान जाने का पता चला है और कोई बाहरी चोट नहीं मिली है।