कर्नाटक के अयोग्य करार दिये गये कांग्रेस-जद(एस) के 16 विधायक बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए। इनमें से 13 को सत्तारूढ़ भगवा पार्टी ने राज्य में पांच दिसंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट दिया है। भाजपा ने अयोग्य करार दिये गये कांग्रेस के 10 और जद (एस) के तीन विधायकों को पार्टी से टिकट दिया है। भाजपा द्वारा शेष दो सीटों के लिये अपने उम्मीदवारों की घोषणा की जानी अभी बाकी है।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने इन लोगों के उपचुनाव लड़ने का मार्ग एक दिन पहले (बुधवार को) ही प्रशस्त कर दिया है। भाजपा ने उपचुनाव वाली सीटों में से, 15 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए इन 15 सीटों में से कम से कम छह सीटों पर जीत हासिल करने की जरूरत होगी।
येदियुरप्पा ने इन अयोग्य विधायकों का पार्टी में स्वागत करते हुए उन्हें ‘‘भविष्य के विधायक एवं मंत्री’’ के रूप में संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने यहां राज्य भाजपा मुख्यालय में प्रदेश भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कतील और कर्नाटक के प्रभारी एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पी मुरलीधर राव के साथ इन विधायकों का पार्टी में स्वागत किया।
उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार द्वारा कांग्रेस-जद(एस) के 17 विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले को बुधवार को बरकरार रखा, लेकिन उनके उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ कर दिया। न्यायालय ने आर रमेश कुमार के आदेश का वह हिस्सा निरस्त कर दिया, जिसमें इन विधायकों को 15वीं विधानसभा के कार्यकाल के अंत तक के लिये अयोग्य घोषित किया गया था। कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 2023 तक है।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘कांग्रेस-जद(एस) के इन 17 विधायकों के विधायक पद और कुछ के मंत्रीपद भी छोड़ने के बलिदान की वजह से, मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सका।’’ अयोग्य ठहराए गए विधायकों और उनके समर्थकों का स्वागत करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री होने के नाते मैं आपको यह आश्वस्त करना चाहूंगा कि हम आपसे किये गए वादे का अक्षरश: पालन करेंगे और आपको धोखा नहीं देंगे।’’ येदियुरप्पा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से छोटे-मोटे मतभेदों को भुलाकर उपचुनावों में पार्टी की जीत के लिये काम करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सौ फीसद 15 की 15 सीटें जीतेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है, मैं पार्टी में शामिल होने वालों को यह आश्वस्त करना चाहता हूं…पूर्व विधायकों को मेरी शुभकामनाएं, जो भविष्य के विधायक और मंत्री भी हैं।’’ येदियुरप्पा ने आपसी मतभेदों को दूर रख कर काम करने की अपील की है क्योंकि अयोग्य करार दिये गये विधायकों को टिकट देने को लेकर पार्टी में बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं।