वाराणसी में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन यह कार्यक्रम विवादों में फंसता नजर आ रहा है। बता दें कि इस कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को केंद्र सरकार की तरफ से एक बुकलेट बांटी गई है। इसमें एमजे अकबर को विदेश राज्य मंत्री दिखाया गया है, जबकि #Metoo आरोपों के बाद वे मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुके हैं।
सरकार से चूक या पुरानी छपाई : कार्यक्रम में मौजूद लोगों का कहना है कि इतने बड़े प्रोग्राम में सरकार से इतनी बड़ी चूक होना गलत है। लोगों को दी गई बुकलेट पर पीएम मोदी, सुषमा स्वराज और वीके सिंह के साथ एमजे अकबर की तस्वीर प्रकाशित हुई है। इससे कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों को भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि प्रवासी दिवस को लेकर बुकलेट शायद काफी पहले ही प्रकाशित हो गई थीं, जिसके चलते यह चूक हुई।
इनकी तस्वीर है बुकलेट में : बुकलेट के कवर पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की तस्वीर है। इनके अलावा पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर को भी कवर पेज पर रखा गया है। वहीं, बुकलेट के अंदर टीम एमईए (विदेश मंत्रालय) का जिक्र किया गया है। इनमें सुषमा स्वराज, वीके सिंह, एमजे अकबर के साथ-साथ विजय गोखले, प्रीति सरन, रुचि घनश्याम समेत 2 अन्य सचिव के नाम और तस्वीर दी गई है।
इस वजह से एमजे अकबर ने दिया था इस्तीफा : बता दें कि भारत में #Metoo अभियान की गाज पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर भी गिरी थी। उन पर करीब 10 महिलाओं ने यौन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ गया था।

