भारत मंडपम में आयोजित 44 वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में उल्कापिंड, लिथियम और साढ़े छह करोड़ साल पुराना शाकाहारी डायनासोर का अंडा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। केंद्रीय खनिज मंत्रालय के मंडप में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के स्टाल पर प्रदर्शित इन बहुमूल्य खनिज संपदा को लोग उत्सुकतापूर्व देखने के लिए आ रहे हैं।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के निदेशक डाक्टर प्रवीर पंकज ने बताया कि हम जीवन में रोजमर्रा की वस्तुओं में प्रयोग होने वाले खनिज से लेकर अत्याधुनिक सामानों में प्रयोग होने वाले खनिज को लेकर आए हैं, जोकि मोबाइल बैटरी, सोलर पैनल, वाहनों सहित विभिन्न सामानों के निर्माण में इस्तेमाल किए जाते हैं।

मेले में मौजूद हैं सोरोपाड डायनासोर के अंडे

खास बात यह है कि यहां आसमान, धरती व समुद्र से मिलने वाले खनिजों को प्रदर्शित किया गया है। राजस्थान, कश्मीर व कर्नाटक से मिलने वाला लिथियम देखा जा सकता है। तांबा, जस्ता, बाक्साइट, ग्रेफाइट व पौधों सहित कई प्रकार के जीवाश्म भी देख सकते हैं।

दिल्ली बम ब्लास्ट: जली हुई टांग, जूता और… उमर नबी ही i20 चला रहा था, इसके सबूत कैसे मिले?

उन्होंने बताया कि इस बार हमने सोरोपाड डायनासोर के अंडे (जीवाश्म) को यहां रखा है। ये डायनासोर शाकाहारी होता है। इसके अंडे की दोहरी परत और उसके पास से मिले शौच की गहन शोध के बाद पता चला की ये शाकाहारी डायनासोर है और उसका जीवाश्म जोकि महाराष्ट्र के चंद्रपुर से मिला था वो साढ़े छह करोड़ साल पुराना है।

वहीं, दूसरी ओर दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलछा ने सोमवार को भारत मंडपम में भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में दिल्ली पुलिस के मंडप का उद्घाटन किया।