Pulwama attack: एमपी के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा भारत- सऊदी अरब की मीटिंग में पाकिस्तान का मुद्दा तो उठा लेकिन पुलवामा हमले का जिक्र नहीं किया गया जिसमें हमारे 40 शहीद हुए थे। दिग्विजय ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आज तक समझ नहीं पाया कि आखिर उनके सीने की 56 इंच नाप किसने ली थी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चीजों को उतनी गंभीरता से नहीं लेते जितनी गंभीरता से उन्हें लेना चाहिए।
दिग्विजय का पीएम मोदी पर तंजः कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने पुलवामा हमले को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा, ‘मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि आखिर पीएम मोदी का 56 इंच का सीना किसने नापा है?’ उन्होंने कहा कि जिस दिन पुलवामा की घटना हुई वह जिम कार्बेट नेशनल पार्क में फिल्म की शूटिंग में बिजी थे।
पुलवामा हमले पर केंद्र को घेराः दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि जैश-ए- मोहम्मद ने पहले ही हमले की धमकी दी थी ऐसे में भी हमला हो जाना सरकार की बड़ी नाकामी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कहा कि इस घटना की जानकारी उन्हें दिन में 3.30 बजे ही मिल गई थी। हमले की खबर सुनने के बाद उन्हें तुरंत दिल्ली के लिए रवाना होना चाहिए था। साथ ही इतनी बड़ी घटना को राष्ट्रीय शोक घोषित कर सुरक्षा मामलों की आपातकालीन बैठक बुलाई जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया।
सरकार से पूछा ये सवालः दिग्विजय सिंह ने कहा कि जम्मू- कश्मीर में हर 10-15 किलोमीटर पर गाड़ियों की जांच की जाती है, तो साढ़े तीन क्विटंल विस्फोटक कैसे पकड़ में नहीं आ पाया? इन सवालों का कोई जवाब सरकार के पास नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि जब सऊदी अरब प्रिंस भारत आए थे और न जाने किस दबाव के चलते पुलवामा हमले का कोई जिक्र नहीं किया गया।
Pulwama attack: भारत सरकार ने अब तक क्या किया?
आतंकवाद पर नहीं करते राजनीति ः दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद और राष्ट्र्रीय सुरक्षा पर राजनीति नहीं करती। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से अबतक जितना नुकसान अब तक कांग्रेस को हुआ है उतना किसी को नहीं हुआ। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व बीजेपी नेता जसवंत सिंह और आईबी चीफ अजीत डोभाल खुद आतंकवादी मसूद अजहर को अफगानिस्तान छोड़ने गए थे।