Deoghar Airport: झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक के मामले में गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ कुंडा पुलिस थाने में FIR दर्ज हुई है। एयरपोर्ट के डीएसपी सुमन आनन की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।

झारखंड पुलिस ने बीजेपी सांसद सांसद मनोज तिवारी, सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों और देवघर एयर पोर्ट के डायरेक्टर सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ देवघर से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से जबरन मंजूरी लेने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। यह घटना 31 अगस्त 2022 को हुई थी। आरोप है कि देवघर हवाई अड्डे पर रात में उड़ानों के टेक-ऑफ या लैंडिंग की सुविधा नहीं है इसके बावजूद सांसदों ने दबाव डाला था। देवघर हवाई अड्डे के सुरक्षा प्रभारी डीएसपी सुमन आनन ने इसकी शिकायत की है।

निशिकांत दुबे ने किया देवघर डीसी के खिलाफ केस: जिसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और देवघर के कलेक्टर मंजूनाथ भजंत्री के बीच ट्विटर विवाद छिड़ गया। दुमका में मृत छात्रा के परिजनों से मिलने और उन्हें सहायता राशि देने के लिए निशिकांत दुबे समेत अन्य लोग देवघर एयरपोर्ट चार्टर्ड प्लेन से आए थे, जिस पर विवाद हुआ है। दूसरी तरफ निशिकांत दुबे ने देवघर के डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उन्होंने ट्वीट किया, ”यह देश क़ानून से चलता है देवघर के डीसी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने धारा 124b, 353, 120b, 441, 448, 201, 506 और ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट की धारा 2/2 के तहत FIR दर्ज की है।”

दोनों के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर: शुक्रवार को सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर के कलेक्टर मंजूनाथ भजंत्री को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखा,”यह एक अपराधी का अंदाज़ है जो ज़बरदस्ती बिना अनुमति के सुरक्षा घेरा तोड़कर घुसता है। आप एयरपोर्ट के अंदर किस हैसियत से गए? आपको CCTV देखने की इजाज़त किसने दी? आप फ्रस्टिया गए हैं, मुख्यमंत्री की चमचागिरी करिए और मस्त रहिए।” जिसका जवाब देते हुए देवघर कलेक्टर ने लिखा,”माननीय सांसद महोदय, मैंने वैध प्रवेश पास लेकर एयरपोर्ट टर्मिनल में प्रवेश किया था। डीसी देवघर हवाई अड्डे के निदेशक मंडल के सदस्य भी हैं।”

10 महीने पहले भी दोनों थे आमने-सामने: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और देवघर के कलेक्टर मंजूनाथ भजंत्री के बीच छिड़ा यह विवाद नया नहीं है। दस महीने पहले भी दोनों एक मामले पर आमने-सामने आ गए थे, तब अफसर को EC से बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी थी। दरअसल, निशिकांत दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिन्होंने आरोप लगाया कि देवघर जिला प्रशासन ने 2021 में मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान दुर्भावनापूर्ण इरादे से उनके खिलाफ पांच मामले दर्ज किए थे।

डीसी को पोस्टिंग से हटाने के मिले थे आदेश: जिसके बाद चुनाव आयोग ने आदेश दिया था कि झारखंड सरकार उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को उनकी वर्तमान पोस्टिंग से हटा दें और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करें। हालांकि, नवंबर 2021 में भजंत्री ने आदर्श आचार संहिता और पिछले अदालती फैसलों के तहत मानदंडों का हवाला देते हुए ईसीआई को अपना जवाब प्रस्तुत किया था। आयोग ने हालांकि, उनके जवाब को खारिज करते हुए झारखंड के मुख्य सचिव को देवघर डीसी के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

जिसके बाद देवघर डीसी ने चुनाव आयोग से बिना शर्त माफी मांगी थी। अपने फेसबुक पोस्ट में इस माफीनामे को शेयर करते हुए निशिकांत दुबे ने लिखा था, “बाल सुलभ हरकतों के लिए यानि मेरे उपर झूठा 5 केस करने के लिए चुनाव आयोग से देवघर के उपायुक्त महोदय ने बिना शर्त माफ़ी मांग कर अपनी गलती स्वीकार कर ली है।”