राजस्थान के प्रमुख शहर कोटा में डेंगू से हो रही लगातार मौतों पर भाजपा के विधायक अपनी ही सरकार पर भड़क गए। विधायकों का कहना है कि जनता गालियां दे रही है और सरकार ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है। डेंगू से मौतों पर सरकार के आंकडेंं झूठे हैं और जमीनी हकीकत बहुत बुरी है। विधायकों का कहना है कि डेंगू से अब तक पूरे संभाग में 160 से ज्यादा मौतें हो गई है पर सरकार सिर्फ चार मौतें होना ही बता रही है। कोटा में चिकित्सा तंत्र पूरी तरह से नाकारा हो गया है और लोग मौसमी बीमारियों से जंग लड़ रहे हैं। विधायकों के तेवरों से भाजपा में भी खलबली मच गई है।
देश का कोचिंग शहर कोटा इन दिनों मौसमी बीमारियों की जकड़ में आ गया है। शहर और आसपास के हालात इतने बिगड़ गए कि सत्ताधारी भाजपा के विधायकों का गुस्सा अब अपनी ही सरकार पर बरस रहा है। चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कोटा में बीमारियों को लेकर अफसरों और जनप्रतिनिधियों की बैठक की, तो उसमें उनके ही विधायकों ने कह दिया कि सरकार की व्यवस्थाओं पर तो अब उन्हें ही शर्म आती है। जनता को जवाब देना भारी पड़ रहा है। चिकित्सा मंत्री की बैठक में अफसरों के झूठे आंकड़ों से खफा विधायक भवानी सिंह राजावत ने तो बैठक का ही बहिष्कार कर दिया। राजावत का कहना है कि बैठक में अफसर मंत्री की हां में हां मिला रहे हैं। बैठक में मौजूद भाजपा के विधायक प्रहलाद गुंजल, संदीप शर्मा, विद्याशंकर नंदवाना, चंद्रकांता मेघवाल आदि ने तो मंत्री की मौजूदगी में तल्ख तेवर अपनाए। विधायकों ने अपने ही मंत्री से कहा कि डेंगू से मौतों पर झूठे आंकडेÞ पेश किए गए हैं। बड़ा ही बेहूदा सिस्टम है, शर्म आती है, डूब कर मर जाना चाहिए। डेंगू से हो रही मौतें हमारे माथे पर कलंक है।
भाजपा के विधायकों की इन सब बातों के बावजूद चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ अडे़ रहे और कहा कि डेंगू से सिर्फ चार मौतें ही हुई है। बैठक का बहिष्कार करने वाले विधायक भवानी सिंह राजावत के बर्ताव को उन्होंने गैरजिम्मेदाराना करार देते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही।
राजावत का कहना है कि महामारी की तरह कोटा में डेंगू फैल रहा है, लोगों को लग रहा है कि हमारी सरकार संवेदनशील नहीं है। जनता की बात उठाना गलत नहीं है। मंत्री तो सिर्फ अफसरों की बातों को ही मान रहे है। विधायकों की बात को कोई तवज्जो नहीं देना, सरासर गलत है। विधायक चंद्रकांता मेघवाल का कहना है कि कोटा में घर-घर में डेंगू पीड़ित है। जनता हमें गालियां दे रही है, किस मुंह से जनता के बीच जाए। कोटा के भाजपा सांसद ओम बिरला ने कुछ समय पहले ही बिगड़ते हालात की जानकारी सरकार को दे दी थी। उन्होंने सरकार से मौसमी बीमारियों पर काबू के लिए अतिरिक्त धन की व्यवस्था भी कराई थी। इसके बावजूद सरकार के उच्च स्तर से ध्यान नहीं देने पर कोटा में हालात नहीं सुधर पा रहे हैं।

