दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में नालों और विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कई खामियां दिखीं, जिन पर उन्होंने सख्त नाराजगी जताई। लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने यहां के कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया।

नालों की सफाई में मिलीं खामियां तो नाराज हुए मिनिस्टर साहब

मंत्री वर्मा ने दो टूक कहा, “नालों की सफाई पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी है, लेकिन यह काम पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं—अगर कोई भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटेगा, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। हम अपनी राजधानी दिल्ली को यूं ही बदहाल नहीं छोड़ सकते।”

उन्होंने राजधानी में ड्रेनेज सिस्टम की बदहाली पर भी चिंता जताई और कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP) की क्षमता को बढ़ाया जाएगा। मंत्री ने बताया कि दिल्ली की नालियों का पानी यमुना में बहता है, जिसे पूरी तरह ट्रीट करना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने यूपी और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से भी बातचीत की है।

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मंत्री वर्मा ने स्पष्ट किया कि STP की गुणवत्ता और उनकी क्षमता की गहन जांच की जाएगी। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी पर सीधी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, “मैं खुद जमीन पर हूं, अब हर अधिकारी को भी काम करना होगा।”

मीडिया से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा, “कई मुद्दे हैं। हमने कई जगहों पर अतिक्रमण देखा। हमने अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि अगर सभी नालियों के ऊपर अतिक्रमण करेंगे तो उसकी सफाई नहीं हो पाएगी और मानसून में पानी घरों में घुस नहीं पाएगा। यह स्थिति पूरी दिल्ली में है। ऐसी सभी समस्याओं की पहचान की जा रही है और अधिकारियों को इन मुद्दों को हल करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। मानसून से पहले युद्ध स्तर पर सभी नालों की सफाई की जाएगी, ताकि पानी घरों में घुसने के बजाय नालियों से होकर गुजरे…हमारी प्राथमिकता मानसून से पहले इसे खत्म करना है।”

मंत्री वर्मा ने कहा कि बीते 10 सालों में कई अफसर काम नहीं कर रहे थे, जिससे दिल्ली का सिस्टम पूरी तरह बिगड़ गया था। अब किसी को भी ढील नहीं मिलेगी।