दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि उसे सम-विषम योजना के कार्यान्वयन में किसी तरह की गंभीर समस्या आने की आशंका नहीं है और साथ ही दिल्लीवासियों से चिकित्सीय आपात स्थिति के संबंध में मिली छूट का बेजा इस्तेमाल न करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें किसी झूठ के साथ अपने नए साल की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने चिकित्सीय आपात स्थितियों के संबंध में मिली छूट के संभावित बेजा इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर संवादददाताओं से कहा, ‘मैं दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि वे योजना से बचने के लिए चिकित्सीय आपात स्थितियों से जुड़ा झूठ बोलकर अपने नए साल की शुरुआत ना करें।’
उन्होंने पुलिसकर्मियों की कमी के बावजूद विभाग द्वारा दिल्ली में सड़क सुरक्षा सुधारने और सुरक्षा के साथ आवाजाही सुनिश्चित करने की बात करते हुए कहा, ‘इसलिए यह (सम-विषम योजना) एक और काम होगा जिसमें हमें किसी गंभीर समस्या के आने की आशंका नहीं है खासकर इसलिए क्योंकि छूटों की संख्या ने काम आसान कर दिया है।’ उन्होंने हालांकि कहा कि उन्होंने छूटों को लेकर कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं। बस्सी ने सोमवार को कहा था कि यह नीति जल्दबाजी में लाई जा रही है।
उन्होंने साथ ही लोगों से योजना के दायरे में आने से बचने के लिए नकली नंबर प्लेटों के इस्तेमाल न करने या उससे संबंधित विचारों को न अपनाने की अपील करते हुए कहा कि ऐसा करने से न केवल मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन होगा बल्कि भारतीय दंड संहिता की धाराएं भी लगेंगी।
दिल्ली पुलिस प्रमुख ने कहा कि यातायात अधिकारी वैसे ही सड़कों पर तैनात रहते हैं इसलिए बुधवार को योजना के पूर्वाभ्यास में हिस्सा लेना कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक पूर्वाभ्यास की सूचना नहीं है।
चिकित्सीय आपात स्थितियों से छूट के अलावा यातायात विभाग ने दिल्ली सरकार से कई छूटों को लेकर स्थिति साफ करने के लिए कहा है जिनमें से एक महिलाओं से संबंधित है। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई महिला जिसे गाड़ी चलाना नहीं आता, किसी चालक के साथ सफर कर रही हो तो हम क्या करेंगे? क्या हम चालक से अपनी सीट छोड़ने के लिए कहेंगे, आखिरकार महिला फंसी रह जाएगी? हम सरकार के साथ यह मुद्दा उठाना चाहेंगे और पूछेंगे कि क्या योजना में कोई संशोधन संभव है।’
पुलिस आयुक्त ने साथ ही साफ किया था कि जो लोग सम विषम योजना के कार्यान्वयन के लिए अपनी सेवाएं देना चाहते हैं वे दोपहर 12 बजे तक संबंधित डीसीपी (यातायात) कार्यालय पहुंच जाए जिसके बाद उन्हें प्रक्रिया को लेकर दिशा निर्देश दिए जा सकते हैं। इस बीच बस्सी ने ट्विटर पर लिखा, ‘दिल्ली पुलिस लोगों से सम विषम अधिसूचना की छूट संख्या 23 (चिकित्सीय आपात स्थिति) का बेजा इस्तेमाल ना करने की अपील करती है। इसका दावा करते हुए सच्चे रहें। शुक्रिया।’ उन्होंने फिर दोहराया कि मोटरचालकों को प्रतिबंधों का पालन करने के लिए मजबूर कर कानून अपने हाथों में लेने वाले स्वयंसेवकों के खिलाफ कर्रवाई की जाएगी।
अब भी हैं कई पेच: यातायात विभाग ने दिल्ली सरकार से कई छूटों को लेकर स्थिति साफ करने के लिए कहा है। उसने पूछा है कि अगर कोई महिला जिसे गाड़ी चलाना नहीं आता, किसी चालक के साथ सफर कर रही हो तो हम क्या करेंगे? क्या हम चालक से अपनी सीट छोड़ने के लिए कहेंगे, आखिरकार महिला फंसी रह जाएगी?