उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के भोजीपुरा के भूंडा गांव में दहेज उत्पीड़न के मामले की आरोपी महिला को सम्मन देने पहुंची दिल्ली पुलिस टीम को भीड़ ने ”बच्चा-चोर” समझकर घेर लिया, नौबत मारपीट की आती, उससे पहले ही किसी व्यक्ति ने पुलिस को को खबर कर दी। मौके पर पहुंची उत्तर प्रदेश पुलिस ने बेकाबू भीड़ के बीच फंसी दिल्ली पुलिस टीम को बचाया ।

सादे कपड़ों में पहुंची दिल्ली पुलिस की टीमः पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरूवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले के वेलकम थाने की एक टीम सादी कपड़ों में (सिविल ड्रेस) में दिल्ली से बरेली पहुंची । दिल्ली के वेलकम थाने की पुलिस टीम काले रंग की स्कॉर्पियो कार में सवार थी। बरेली परिक्षेत्र के उप-महानिरीक्षक राजेश पाण्डेय ने बताया कि जिले के भोजीपुरा थाना क्षेत्रांतर्गत गांव भूड़ा में रानी नाम की महिला रहती है, इनके खिलाफ दिल्ली के वेलकम थाने में दहेज उत्पीड़न का आपराधिक मामला दर्ज है.। दिल्ली पुलिस सिविल ड्रेस में रानी के घर (गांव भूड़ा) सम्मन तामील कराने पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की टीम सादे लिबास में और प्राइवेट गाड़ी में थी, इसलिए भीड़ को कुछ गलतफहमी हो गई होगी।

National Hindi News, 31 August 2019 LIVE Khabar Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें

समझा-बुझा कर गांव वालों को हटायाः उन्होंने बताया कि संदिग्ध वाहन और कुछ अजनबी लोगों (दिल्ली के वेलकम थाने की पुलिस टीम) को देखकर गांव वालों की भीड़ ने उन सबको घेर लिया। भीड़ में मौजूद तमाम तमाशबीन कथित रूप से दिल्ली पुलिस टीम को बच्चा चोर समझकर एक-दूसरे को उन सबकी पिटाई के लिए उकसा रहे थे । भीड़ हमला कर पाती, उससे पहले ही गांव वालों की भीड़ में से किसी ग्रामीण ने स्थानीय पुलिस थाने (थाना भोजीपुरा) इंस्पेक्टर मनोज त्यागी को खबर कर दी।भोजीपुरा (जिला बरेली) थाने की पुलिस जब मौके पर पहुंची और स्कॉर्पियो कार के भीतर बंद दिल्ली पुलिस टीम के सदस्यों के परिचय पत्र देखे तो भोजीपुरा थाने की पुलिस ने गांव वालों को समझा-बुझाकर मौके से हटाया।