दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में मंगलवार को मामूली सुधार देखा गया लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना रहा। तेज हवाओं और कोहरे के छंटने से तीन दिनों बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी से अब ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गया है। मंगलवार को औसत एक्यूआई 354 रहा, जो पिछले तीन दिनों में दर्ज किए गए 427, 461 और 431 के स्तर से कुछ बेहतर है। इस बीच दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि गुरुवार से दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड गैर-बीएस VI (non-BS VI) निजी वाहनों को राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को कहा कि प्रवेश प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले निजी वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा।

सिरसा ने यह भी घोषणा की कि गुरुवार से राजधानी के पेट्रोल पंपों पर उन वाहनों को ईंधन नहीं बेचा जाएगा जिनके पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (PUCC) नहीं है। मनजिंदर सिरसा ने कहा, “हमारे पास सिर्फ कल का समय है, परसों से बीएस VI से कम उत्सर्जन मानकों का पालन करने वाला कोई भी गैर-दिल्ली-पंजीकृत वाहन दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेगा। ऐसा कोई वाहन अगर दिल्ली में पाया जाता है, तो उसे जब्त कर लिया जाएगा।”

दिल्ली में गैर-बीएस VI कमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध पहले से ही लागू

मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह आदेश विशेष रूप से निजी स्वामित्व वाले वाहनों के लिए है। दिल्ली में ट्रकों और बसों जैसे गैर-बीएस VI कमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध पहले से ही लागू है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रविवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP ) के चौथे चरण के तहत प्रतिबंध लागू हो गए हैं।

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वहीं, पिछले महीने प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में यह बात सामने आई कि दिल्ली-एनसीआर में 37 प्रतिशत वाहन अत्यधिक प्रदूषण फैला रहे हैं और केवल पुराने भारत स्टेज (बीएस) I, बीएस II और बीएस III उत्सर्जन मानकों का पालन कर रहे हैं। मंगलवार को घोषित प्रतिबंधों का उद्देश्य वाहनों से होने वाले इस प्रदूषण के बोझ से निपटना है जो इस क्षेत्र में जहरीली हवा के प्रमुख कारणों में से एक है।

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सिरसा ने दिल्लीवासियों से मांगी माफी

सिरसा ने स्वीकार किया कि राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार लाना राज्य सरकार के लिए एक कठिन चुनौती है। उन्होंने कहा, “जैसा कि मैंने पहले भी कहा था, हम दिल्ली में हर महीने औसत AQI में सुधार लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैं दिल्लीवासियों से माफी मांगता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि किसी भी सरकार के लिए 9-10 महीनों में प्रदूषण को पूरी तरह से खत्म करना असंभव है।”

वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, मंगलवार शाम चार बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 354 रहा। दिल्ली में 39 निगरानी केंद्रों में से केवल मुंडका केंद्र में ही एक्यूआई 407 रहा जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जबकि 35 केंद्रों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ और तीन केंद्रों में ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, दिलशाद गार्डन स्थित ‘इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज’ (आईएचबीएएस) में एक्यूआई सबसे कम रहा जो 280 दर्ज किया गया और ये ‘खराब’ श्रेणी में आता है।

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