केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों पर विपक्ष ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय फसल खरीद की जानकारी लेने नरेला मंडी के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। यहां उन्होंने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी से किसानों की समस्याओं पर सवालों की बौछार कर दी। आलम यह हो गया कि राय के सवालों से बचने के लिए अधिकारी अपनी कुर्सी तक छोड़कर जाने लगा।

MSP पर खरीद न होने का लगाया आरोप: गोपाल राय ने इस घटना पर ट्वीट कर कहा, “नरेला अनाज मंडी के निरीक्षण में पाया कि वहां पर किसानों की गेहूं की खरीद के लिए एफ.सी.आई. के द्वारा कोई काउंटर नहीं लगाया गया है। जिसके कारण किसानों को काफी समस्या हो रही है और उन्हें MSP नहीं मिल रही है।” राय के नरेला मंडी दौरे का एक वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी ट्वीट किया। इसमें वे एफसीआई अधिकारी की क्लास लेते दिखाई दे रहे हैं।

वीडियो में क्या पूछ रहे हैं गोपाल राय?: गोपाल राय मंडी में आपने ये मंडी खरीद के लिए बनाई थी। एफसीआई को यहां मंडी खोलने में क्या दिक्कत है? आप कह रहे हो हमने वहां खोली है, किसान वहां जा रहा है तो उसकी खरीद नहीं कर रहे हो। कह रहे हो कि साइन करा कर लो। जब अधिकारी ने कहा कि वे कृषि कानून के नियमों के तहत काम कर रहे हैं, तो राय बोले कि कृषि कानून किसानों के हित के लिए बनाए गए हैं या किसानों को प्रताड़ित करने के लिए बनाए गए हैं। सुविधा कहां मिल रही है?

इस दौरान गोपाल राय के साथ मौजूद एक व्यक्ति अधिकारी से ऊंची आवाज में बात करने लगा। जब गोपाल राय ने फोन कर के किसी बड़े अफसर को बुलाने के लिए कहा तो अधिकारी सीट से उठकर बाहर जाने लगे। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उन्हें वापस बैठने के लिए कहा और धक्का देने लगे। खुद गोपाल राय बोले कि आप कहीं भाग नहीं सकते। आराम से फोन करो और बुलाओ उन्हें।

भाजपा ने कहा- झूठा बयान दे रहे राय, साबित करें या इस्तीफा दें: भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने राज्य के कृषि मंत्री गोपाल राय की उस टिप्पणी पर आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एफसीआई किसानों का गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीद कर उन्हें परेशान कर रही है। भाजपा ने राय पर झूठा बयान देने का आरोप लगाते हुए उन्हें चुनौती दी है कि वह इसे साबित करें अन्यथा त्यागपत्र दें।

उत्तर दिल्ली के नरेला मंडी का दौरा करने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम ने जैसा दावा किया था, उसके अनुसार न तो मंडी में कोई काउंटर स्थापित किया है और न ही गेहूं की खरीद की जा रही है।

भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने राय पर मामले में आधारहीन आरोप लगाने का आरोप लगाया। पार्टी के अन्य विधायकों के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बिधूड़ी ने कहा, ‘‘भारतीय खाद्य निगम ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की है।’’ दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता बिधूड़ी ने कहा कि यदि कृषि मंत्री उन्हें गलत साबित कर देते हैं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।