दिल्ली मेट्रो के अधिकार क्षेत्र के आसपास की जमीनों के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जल्द ही आसान हो जाएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) अपने प्रभाव क्षेत्र में आने वाली किसी निर्माण योजना की एनओसी लेने के लिए अपनी वेबसाइट पर एक लिंक देने वाला है।
इस लिंक के माध्यम से दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर के प्रभाव क्षेत्र में आने वाले स्थानों को स्पष्ट दर्शाया जाएगा। डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह सोमवार को इस लिंक की शुरुआत करेंगे।
मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि यह कदम व्यावसायिक निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के केंद्र सरकार के प्रयासों के तहत उठाया गया है ताकि कम समय में और बिना कठिनाई के किसी संगठन या व्यक्ति को एनओसी मिल सके। नियमों के मुताबिक, डीएमआरसी के प्रभाव क्षेत्र के दोनों ओर 11 मीटर के दायरे में कोई भवन बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो से मंजूरी लेनी पड़ती है।
सोमवार से दिल्ली मेट्रो की आधिकारिक वेबसाइट दिल्ली मेट्रो डॉट कॉम पर यह सेवा शुरू हो जाएगी। इस लिंक में मेट्रो के तीसरे और चौथे चरण के निर्माण क्षेत्र में आने वाले प्रभाव क्षेत्र को भी नक्शे के जरिए दर्शाया जाएगा, जिससे आगामी मेट्रो निर्माण के साथ उसके प्रभाव में आने वाले क्षेत्रों का भी पता चल सकेगा।
इस लिंक के जरिए मेट्रो कॉरिडोर के साथ गूगल अर्थ प्लेटफार्म पर चारों ओर के स्थान भी दिखेंगे। इससे किसी भी व्यक्ति को पता चल सकेगा कि उसकी भवन योजना मेट्रो के प्रभाव क्षेत्र में आती है या नहीं।
दिल्ली में फिलहाल 213 किमी लंबा मेट्रो नेटवर्क है। इसके आसपास की कई व्यावसायिक परियोजनाएं मेट्रो के प्रभाव क्षेत्र में आने के शक के कारण लंबित हैं।
हालांकि इस साल के अंत तक मेट्रो के तीसरे चरण का काम पूरा हो जाने के बाद दिल्ली-एनसीआर में डीएमआरसी का पूरा नेटवर्क करीब 400 किमी का हो जाएगा।
