Delhi Liquor Scam: दिल्ली शराब घोटाले में आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का नाम शामिल होने की खबरों के बीच उनकी सफाई सामने आई है। राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि किसी भी चार्जशीट में उनका नाम शामिल नहीं है। मीडिया में उनके खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। शराब घोटाला मामले में उनकी नाम किसी भी चार्जशीट या पूछताछ की लिस्ट में नहीं है। बता दें कि खबरें सामने आई थीं कि ईडी ने अपनी सप्लिमेंट्री चार्जशीट में राघव चढ्ढा का नाम शामिल किया है।

AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ‘कई न्यूज रिपोर्ट्स और रिपोर्टिंग न्यूज चैनल के माध्यम से वेबसाइट या अखबरों के जरिए जो मुझे लेकर खबरें चल रही हैं, वो सरासर झूठी और मनगढ़ंत हैं। पूरी तरह गलत खबर दिखाई जा रही है। चड्ढा ने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरा नाम ईडी की किसी भी शिकायत में न तो आरोपी के रूप में और न ही संदिग्ध या गवाह के रूप में कहीं नहीं है।’

दिल्ली सरकार ने 17 नंवबर, 2021 को लागू की थी नई शराब नीति

दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री का नाम सामने आ चुका है। मनीष सिसोदिया जिस शराब घोटाले में बंद हैं, वो दिल्ली की नई शराब पॉलिसी से संबंधित है। दिल्ली सरकार ने 17 नंवबर, 2021 को नई शराब नीति लागू की थी, लेकिन उसके बाद सरकार ने अपनी इस पॉलिसी को वापस ले लिया था।

मनीष सिसोदिया पर कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप

केजरीवाल सरकार की नई शराब नीति लागू होने के बाद सरकार ने राजस्व में इजाफा और माफियाराज को खत्म करने की बात कही थी, लेकिन यह इसके ठीक उल्टा हुआ। दिल्ली सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ। दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने जुलाई 2022 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।

17 अगस्त, 2022 को सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया

दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। 17 अगस्त 2022 को इस मामले में सीबीआीई ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इस मामले में मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया। इसी बीच इस केस में 22 अगस्त को ईडी की एंट्री होती है। ईडी ने आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। जांच और पूछताछ के बाद करीब छह महीने बाद सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच मनीष सिसोदिया से जेल में ईडी ने पूछताछ शुरू की थी। ईडी ने पूछताछ के बाद जेल में ही मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। मनीष सिसोदिया ने पिछले महीने कोर्ट से जमानत मांगी थी। जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया।