आज पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, अलग अलग हिस्सों में लोग अपने तरीकों से आजादी का जश्न मना रहे हैं। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला। आंदोलन कर रहे किसान, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगे झंडे को लेकर पहुंचे। परिणाम स्वरुप पूरा गाजीपुर बॉर्डर तिरंगे झंडों से पटा हुआ नजर आया। यहां तक कि पुलिस की बैरिकेंडिग तक पर झंडे लगाए गए थे। इसकी कई तस्वीरें भी सामने आई हैं।
बताते चलें कि किसानों ने दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के दिन कार्यक्रम नहीं करने और धरनास्थलों पर ही शांतिपूर्ण तरीके से ध्वजारोहण कर आजादी के जश्न में शामिल होने की बात कही थी, बावजूद इसके दिल्ली में बड़े पैमाने पर सुरक्षा के इंतजाम देखे गए। इधर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा के टोहाना में ध्वजारोहण किया। उनके इस कार्यक्रम में बच्चे भी शामिल हुए।
अपनी मांगों के साथ पिछले 8 महीनों से डटे किसान दिल्ली के अंदर तिरंगा फहराने की मांग पर अड़े हुए थे लेकिन राकेश टिकैत ने सभी किसानों से अपील की थी कि वह अपने घरों की छतों, गाड़ियों पर झंडा फहराए, साथ ही यूपी गेट के किसानों से उन्होंने अस्थायी टेंटों पर झंडा लगाने की बात की थी।
वहीं दूसरी तरफ स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे किसानों को साधा। उन्होंने कहा कि देश के छोटे किसानों पर अब तक ध्यान नहीं दिया जा सका। किसानों के प्रति चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन लगातार छोटी हो रही है इसलिए अब कृषि सेक्टर की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज की स्थिति में देश के 80 प्रतिशत किसानों के पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। उन्होंने किसानों के उत्थान के लिए ‘छोटा किसान बने देश की शान’ का नारा देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। किसानों तक नई सुविधाएं पहुंचानी होंगी।