राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर असम-पश्चिम बंगाल के बाद अब दिल्ली में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। बुधवार (25 सितंबर) को सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर यहां एनआरसी लागू हुआ तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। बता दें कि मनोज तिवारी ने हाल ही में कहा था कि पत्रकार पर हमले के लिए घुसपैठिए जिम्मेदार हैं।
#WATCH Delhi CM on being asked ‘Manoj Tiwari said infiltrators are responsible for attack on a journalist so NRC should be implemented in Delhi’: If NRC (National Register of Citizens) is implemented in Delhi then Manoj Tiwari will be the first one who will have to leave Delhi. pic.twitter.com/BCQBR268cU
— ANI (@ANI) September 25, 2019
क्या था मनोज तिवारी का बयान: हाल ही में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा था कि दिल्ली में एनआरसी की जरुरत हो है क्योंकि यहां स्थित काफी खतरनाक हो गई है। अवैध अप्रवासी जो यहां (दिल्ली) आकर बस गए हैं, वे काफी खतरनाक हैं। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार दिल्ली में एनआरसी लागू करेगी।
पहले भी दिया था बयान: गौरतलब है कि इसके पहले भी मनोज तिवारी ने राजधानी दिल्ली से अवैध अप्रवासियों को भगाने के लिए एनआरसी की मांग की थी। मई 2019 में जब मोती नगर इलाके में एक शख्स की हत्या कर दी गई थी, तब उन्होंने कहा था कि संदिग्ध हत्यारा रोहिंग्या या फिर बांग्लादेशी हो सकते है।