Delhi BJP: मेयर चुनाव (Delhi Mayor Election) को लेकर पिछले दिनों हुए हंगामे का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पीठासीन अधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने पीठासीन अधिकारी से पार्षदों की शपथ में खास लोगों को ही बुलाने की मांग की है। बीजेपी ने कहा कि वे इस बात पर सख्ती से नियंत्रण रखें कि शपथ में कौन आ सकता है। इस महीने की शुरुआत में बीजेपी और आप के पार्षदों के बीच 6 जनवरी को इस बात को लेकर जोरदार हंगामा हुआ था कि पहले कौन शपथ लेगा।

आप विधायकों पर लगाया बीजेपी पार्षदों को भड़काने का आरोप

मंगलवार को महापौर सहित विभिन्न पदाधिकारियों के चुनाव के लिए नगर निकाय की बैठक होगी। दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी के विधायकों पर आरोप लगाया कि उस दिन आप विधायकों ने बीजेपी पार्षदों को भड़काया था, जिस वजह से हिंसा हुई।

एल्डरमैन और पार्षदों को ही हो शपथ के दौरान हॉल में प्रवेश की अनुमति

उन्होंने आगे कहा, “मैंने पीठासीन अधिकारी से नियमों का अध्ययन करने के लिए कहा है और यदि संभव हो तो शपथ के लिए निगम की 24 जनवरी की बैठक के दौरान केवल एल्डरमैन और पार्षदों को ही हॉल में प्रवेश करने की अनुमति दें। सांसदों और विधायकों को मेयर चुनाव के समय ही प्रवेश दिया जाना चाहिए।”

एल्डरमैन नागरिक निकाय के सदन के मनोनीत सदस्य होते हैं। उनको महापौर चुनाव में मतदान करने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन एमसीडी के भीतर अन्य निकायों जैसे स्थायी समितियों के चुनाव के दौरान मतदान कर सकते हैं जो नगर निगम के कार्यकारी अंग हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी स्पष्ट रूप से नगर निगम सदन में सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन जिस तरह से उसके विधायकों ने 6 जनवरी को हंगामा किया, वह दर्शाता है कि उन्हें अपने बहुमत में विश्वास नहीं था। उन्होंने कार्यवाही को बाधित करने के उद्देश्य से ऐसा किया ताकि महापौर चुनाव स्थगित हो जाए।

बता दें कि मेयर चुनाव को लेकर एमसीडी की पहली मीटिंग में बीजेपी और आप के पार्षदों ने हंगामा किया था। इस दौरान उनके बीच हाथापाई भी हो गई थी, जिसके चलते मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों का चुनाव टल गया था।