दिवाली से पहले दिल्ली की एयर क्वालिटी खराब हुई। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 262 है जोकि खराब की श्रेणी में आता है।

दिल्ली के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को एयर क्वालिटी बेहद खराब स्तर पर रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने कहा कि राजधानी दिल्ली की एयर क्वालिटी खराब हो गई है। पिछले 24 घंटे में औसत AQI 262 दर्ज किया गया है। कुछ इलाकों में एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स ‘वेरी पुअर’ हो गया है, वहीं ओवरऑल ‘पुअर’ है।

CPCB ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली के कई क्षेत्रों में एयर क्वालिटी बेहद खराब हो चुकी है। पूरी दिल्ली में शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 262 रहा। वहीं मथुरा रोड पर यह 293 और दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास AQI 327 रहा, इसे बेहद खराब माना जाता है। वायु गुणवत्ता आयोग की सब कमेटी ने एयर क्‍वालिटी को लेकर बुधवार को इमरजेंसी बैठक भी बुलाई थी।

GRAP का दूसरा चरण लागू: वायु गुणवत्ता की जानकारी के साथ, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बुधवार को अधिकारियों को जीआरएपी के दूसरे चरण को लागू करने का निर्देश दिया, जिसमें होटल, रेस्तरां और खुले भोजनालयों में तंदूर में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही आवश्यक सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर भी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण दो के तहत प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इन चीजों पर पाबंदी: GRAP के दूसरे चरण में हर दिन सड़कों की सफाई होगी और हर दूसरे दिन पानी का छिड़काव किया जाएगा। ट्रैफिक जाम वाली सड़कों पर ट्रैफिक कर्मियों को लगाया जाएगा। निजी गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग फीस बढ़ा दी जाएगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट, मेट्रो, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।

जानकारी के लिए बता दें कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है। 51 से 100 के बीच इसे ‘संतोषजनक’ कहा जाता है। 101 से 200 के बीच यह मध्यम’ होता है। 201 से 300 के बीच एक्‍यूआई ‘खराब’ श्रेणी में आ जाता है। 301 से 400 के बीच यह ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।