दिल्ली में गंभीर वायु गुणवत्ता और धुंध के बीच, अरविंद केजरीवाल सरकार सीएनजी, बिजली और बीएस- VI डीजल पर चलने वाली बसों को छोड़कर यात्री बसों पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। वहीं कथित तौर पर दिल्ली में बारिश कराने के लिए क्लाउड सीडिंग के संभावित प्रयास की तारीखों का अब पुनर्मूल्यांकन किया जा रहा है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार पहले का आकलन था कि एक पश्चिमी विक्षोभ हो सकता है जो 18 या 20 नवंबर के आसपास दिल्ली को प्रभावित कर सकता है, पर अब ऐसा नहीं होने वाला है।
दिल्ली सरकार की चुनिंदा बसों पर प्रतिबंध लगाने की योजना
समाचार एजेंसी PTI ने अपने सूत्र के हवाले से बताया कि ‘छठ पूजा करीब है इसके चलते भारी भीड़ देखने को मिल रही है। हम त्योहार के बाद प्रतिबंध लागू करने की योजना बना रहे हैं।’ राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के बीच दिल्ली में GRAP फेज IV के तहत प्रतिबंध वर्तमान में लागू हैं। फिलहाल सिर्फ ट्रकों को शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध है।
दिल्ली में कृत्रिम बारिश की योजना का होगा पुनर्मूल्यांकन
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, बारिश कराने के लिए योजना बनाई गई तारीखों का पुनर्मूल्यांकन किया जा रहा है। क्योंकि शुरुआत 20-21 नवंबर के आसपास स्थितियां प्रतिकुल हैं जिन पर विचार किया जा रहा था। रिपोर्ट में पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि पायलट प्रोजेक्ट की तारीखों का पूनर्मूल्यांकन किया जा रहा है। क्योंकि आकलन था कि एक पश्चिमी विक्षोभ हो सकता है जो 18-20 नवंबर के आसपास दिल्ली को प्रभावित कर सकता है। पर अब ऐसा नहीं होने वाला है।
क्लाउड सीडिंग के लिए शहर में नमी वाले बादलों की आवश्यकता
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्लाउड सीडिंग के लिए शहर में नमी वाले बादलों की आवश्यकता होगी, जो सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ द्वारा लाया जाता है। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि इस सर्दी में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में क्लाउड सीडिंग के लिए अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस परियोजना के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो, दिल्ली सरकार से परिचालन और सुरक्षा मंजूरी और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सहित लगभग 10 से 11 अनुमतियों की आवश्यकता होने की संभावना है।