अपने साथियों को पुलिस से छुड़ाने के लिए भिंड में बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया। दरअसल भोपाल जेल से पेशी पर भिंड लाए गए हत्या के आरोपी भीम यादव को उसका भाई अपने साथियों की मदद से पुलिस टीम पर हमला कर छुड़ा ले गया। दो गाड़ियों में सवार होकर आए हमलावरों ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्ची झोंकी और पिटाई कर दी। जिसके बाद भीम को पुलिस की हिरासत से छुड़ाया और साथ ही 2 रायफलें लूट लीं। यही नहीं इसके साथ ही हमलावर एक सिपाही का भी अपहरण कर ले गए थे।

कहां का है मामला
बता दें ये घटना शुक्रवार रात 8 बजे ग्वालियर के महाराजपुरा थाने से करीब 3 किमी दूर लक्ष्मणगढ़ की पुलिया पर हुई। घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए जेएएच में भर्ती किया गया है। ग्वालियर पुलिस ने हमलावर और फरार कैदी की तलाश में उत्तर प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर नाकाबंदी करवा दी है।

कब शिफ्ट हुआ था आरोपी, क्या है आरोप
भीम यादव को 30 सिंतबर को ग्वालियर जेल से भोपाल जेल में शिफ्ट किया गया था। भीम पर भिंड में 2 फरवरी 2017 में डीजे के गार्ड राजेन्द्र यादव की हत्या का मामला दर्ज है।

वारदात को दिया अंजाम
जानकारी के मुताबिक भोपाल पुलिस भीम यादव को ट्रेन से ग्वालियर लेकर आए थे और वहां से उसे भिंड कोर्ट में पेशी के लिए ले गए थे। पेशी के बाद वो उसे वापस सड़क के रास्ते से ही ग्वालियर वापस ले जा रहे थे। ग्वालियर स्टेशन से ही उन्हें भोपाल के लिए रवाना होना था। रात 8 बजे के करीब लक्ष्मणगढ़ पुलिया से 300 मीटर दूर ड्राइवर ने टॉयलेट के लिए गाड़ी रोक दी । इसी समय दो गाड़ियों में सवार 12 हथियारबंद बदमाश वहां धमके। इसमें भीम यादव का भाई देवेन्द्र सिंह भी शामिल था।

आंखों में झोंक दी मिर्ची
मौके पर पहुंचे बदमाशों ने तीनों पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्ची झोंक दी और उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान हड़बड़ाई पुलिस कुछ समझ नहीं पाई। हमलावरों ने पुलिस से 2 रायफल भी लूट लिए और पुलिसकर्मी प्रमोद यादव को अपने साथ अगवा कर ले गए।

 

कौन है भीम यादव
बता दें कि पुलिस गिरफ्त से फरार हुए भीम यादव पर भिंड जिले के अलग अलग थानों में हत्या, हत्या के प्रयास और मारपीट के 17 मामले दर्ज हैं। भीम पर भिंड पुलिस की ओर से कई बार इनाम भी घोषित किया गया है। भीम की पत्नी अहमदपुर पंचायत में सरपंच भी रह चुकी हैं।