तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि माकपा भारत की सर्वाधिक ‘अवसरवादी’ पार्टी है। 2008 में उसने मनमोहन सिंह सरकार को गिराने का प्रयास किया था जबकि 1989 में उसने राजीव गांधी सरकार के खिलाफ कांग्रेस विरोधी शक्तियों की मदद की थी। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि यह याद अब भी ताजा है कि कैसे मार्क्सवादी पार्टी ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग-1 सरकार को गिराने में कांग्रेस विरोधी शक्तियों की मदद की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘माकपा सर्वाधिक अवसरवादी पार्टी है। वह भूल सकती है लेकिन ये यादें अब भी ताजा है कि उसने भाजपा की मदद करने के लिए 2008 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग-1 सरकार को गिराने का प्रयास किया और कैसे माकपा नेताओं ने 1989 में राजीव गांधी सरकार के खिलाफ शहीद मीनार मैदान में भाजपा नेताओं से हाथ मिलाया था।’’
तृणमूल नेता का बयान माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य और सांसद मोहम्मद सलीम के उन आरोपों के सिलसिले में आया है जिसमें उन्होंने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मैच फिक्सिंग चल रही है। सलीम ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रही है। वे भाजपा के साथ फिक्स मैच खेल रहे हैं। भाजपा उन्हें सारदा घोटाले में सीबीआई से बचा रही है और तृणमूल कांग्रेस विभिन्न जन विरोधी विधेयकों को पारित कराने के लिए संसद में उनका समर्थन कर रही है। आप तृणमूल कांग्रेस को तेल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन करते नहीं पाएंगे।’’