राजस्थान के जोधपुर में की स्थानीय अदालत में एक अनोखा मामला सामने आया। यहां मालिकाना हक में विवाद को लेकर गाय को अदालत में पेश किया गया। वकील में बताया कि ओम प्रकाश और श्याम सिंह में गाय के मालिकाना हक को लेकर साल 2018 से ही विवाद था।

आज कोर्ट ने सुनावई के दौराना दोनों पक्षों की दलीलें सुनी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने व सबूतों के आधार पर अदालत ने ओमप्रकाश को गाय सौंप दी। राजस्थान में जानवर के अदालत में पेश होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2012 में राज्य के कोटा अदालत में भी भैंस की पेशी हो चुकी है।

उस समय पशु पालक ने हीरा लाल गुजर ने भैंस चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस भैंस को एक स्थानीय नागरिक नवल किशोर के घर से बरामद किया गया था। पुलिस ने नवल को गिरफ्तार कर भैंस हीरा लाल को सौंप दिया। इसके बाद नवल ने भैंस की चोरी करने के आरोप को खारिज कर दिया था। इसके बाद मामला कोटा की अदालत में पहुंचा था।

शिनाख्त के लिए अदालत पहुंची थी भैंसः मामले की सुनवाई के दौरान नवल के वकील ने भैंस की शिनाख्त के लिए अदालत में पेशी की गुहार लगाई थी। इसके बाद अदालत ने भैंस को अदालत में पेश करने का आदेश दिया था। इससे पहले हीरा लाल का कहना था कि भैंस के साथ उसका बछड़ा भी था जिसके बारे में कुछ भी पता नहीं है। उस समय अदालत में पेशी के बाद भैंस काफी कौतूहल का विषय बनी थी।