दिल्ली के एक कोर्ट ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत अन्य 11 विधायकों को चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ मारपीट मामले में समन जारी किया है। एएनआई के अनुसार, दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने चीफ सेक्रेट्री के साथ मारपीट मामले में चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए एक को छोड़ सभी आरोपियों को 25 अक्टूबर को बुलाया है। प्रकाश ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में 20 फरवरी को जब वह एक मीटिंग के लिए गए थे, इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उन पर हमला किया था। उन्हें आधार से संबंधित समस्या पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था।
Delhi’s Patiala House Court issues summons as an accused to Delhi CM Arvind Kejriwal, Dy CM Manish Sisodia &11 other MLAs, who are named in the chargesheet by Delhi Police in connection with Delhi Chief Secy alleged assault case. They have to appear before the court on 25th Oct.
— ANI (@ANI) September 18, 2018
अंशु प्रकाश की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया था। घटना के अगले दिन अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में इस न्यायिक हिरासत को और 14 दिनों के लिए बढ़ाया गया था। इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने दोनों आप विधायकों को जमानत दी थी। घटना के बाद प्रकाश को जांच के लिए अरूणा असफ अली अस्पताल में ले जाया गया था, जहां उनके दोनों कान और गाल के पीछे सूजन थी। हालांकि, दिल्ली कैबिनेट ने इस चार्जशीट को फर्जी बताया था। कहा था कि यह सब केंद्र सरकार की साजिश है। ऐसा दिल्ली सरकार की शक्तियों को छीनने और उसके उपर अंकुश लगाने के लिए किया जा रहा है। भाजपा नौकरशाह के के माध्यम से दिल्ली सरकार को बदनाम करना चाहती है। यह एक भयावह साजिश है।
अदालत के रिकॉर्ड के मुताबिक, चार्जशीट आईपीसी धारा 186, 323, 332, 342, 353, 504, 506 (ii), 120 बी, 109, 114, 149, 34 और 36 के तहत किया गया है। हालांकि, अदालत ने धारा 504 की संज्ञान नहीं लिया है। 1300 पन्नों की इस चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, विधायक अमानतुल्ला खान, प्रकाश जारवाल, नितिन त्यागी, ऋतुराज गोविंद, संजीव झा, अजय दत्त, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, मदन लाल, परवीन कुमार और दिनेश मोहनिया को आरोपी बनाया गया है। लेेकिन पुलिस ने इस घटना में सभी के अलग-अलग भूमिका की चर्चा नहीं की है। सभी के उपर एक ही धाराएं लगी है।