कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों का अपने गृह राज्य लौटना बदस्तूर जारी है। इसी बीच श्रमिक ट्रेन से बिहार के समस्तीपुर पहुंचे प्रवासी मजदूरों द्वारा रेलवे स्टेशन पर हंगामा करने की खबर है। दरअसल प्रवासी मजदूर बदइंतजामी से नाराज थे और इस दौरान मजदूरों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। ये प्रवासी मजदूर चेन्नई और दिल्ली से समस्तीपुर पहुंचे थे। हंगामा कर रहे मजदूरों का कहना है कि वह रात से स्टेशन पर इंतजार कर रहे हैं।

स्टेशन पर नाश्ते पानी का कोई इंतजाम नहीं है। जब लोग नाश्ते के लिए बाहर जाना चाहते हैं तो उन्हें स्टेशन से बाहर भी नहीं जाने दिया जा रहा है। यही वजह है कि लोगों का गुस्सा फूड पड़ा और उन्होंने प्रशासन और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। किसी तरह पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया, लेकिन इस दौरान लोगों में बदइंतजामी को लेकर काफी गुस्सा दिखाई दिया।

बता दें कि इतनी परेशानी झेलने के बाद भी जब प्रवासी अपने गांव-देहात पहुंच रहे हैं, वहां भी कई जगह उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। झारखंड के हजारीबाग में एक गांव के पंचायत भवन में क्वारंटीन प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। मजदूरों का कहना है कि पंचायत भवन में बिजली की व्यवस्था नहीं है, ऐसे में उन्हें शाम के बाद अंधेरे में समय गुजारना पड़ता है। पंचायत भवन के टॉयलेट में गंदगी की शिकायत भी प्रवासी मजदूर कर रहे हैं।

वहीं कुछ जगह पर प्रवासी मजदूरों को स्थानीय लोगों के बहिष्कार का भी सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल के हुगली में 7 प्रवासियों को गांव के लोग क्वारंटीन रहने तक गांव में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं। जिसके चलते प्रवासियों को गांव के बाहर जंगल में पंडाल लगाकर रहना पड़ रहा है। हाल ही में बंगाल में आए तूफान के बाद वह पंडाल भी टूट गया है और अब उन्हें गांव के ही पंचायत भवन में क्वारंटीन किया गया है।