दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच उत्तरी नगर निगम के हिंदू राव अस्पताल में नर्सों ने वेतन में देरी को लेकर आंदोलन किया। कोविड सेंटर बनाए गए अस्पताल में शुक्रवार को पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों ने वेतन में देरी और आधारभूत सुविधाओं की कमी का मुद्दा उठाते हुए करीब एक घंटे विरोध प्रदर्शन किया।
अस्पताल की नर्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष इंदू जामवाल ने कहा कि हमें कोरोना रोगियों की सेवा करने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कम से कम हमें हमारा वेतन तो समय पर मिलना चाहिए। हमें अप्रैल से वेतन नहीं मिला है। जामवाल ने दावा किया कि उन्हें वेतन भुगतान के साथ ही कई अन्य समस्याओं जैसे कपड़े बदलने, बैठने के जगह की उचित सुविधा नहीं मिल पा रही है। अस्पताल में एसी भी ठीक तरीके से काम नहीं कर रहे हैं।
इस संबंध में नॉर्थ एमसीडी के निदेशक, प्रेस और सूचना ने कहा कि कोविड सेंटर में आधारभूत सुविधाओं के सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिनका असर जल्द ही नजर आने लगेगा। इनमें एसी और सीसीटीवी लगाने का भी प्रावधान है। निदेशक ने कहा कि जो भी लोग कोविड केयर फैसिलिटी में ड्यूटी दे रहे हैं, उन्हें दिल्ली सरकार के दिशानिर्देशों के तहत रहने की उचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।
निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वेतन समय पर देने के लिए निगम अपने आय के स्रोत बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने 14 जून को अस्पताल के 980 बिस्तरों को कोविड फैसिलिटी में बदलने के आदेश जारी किए थे। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली सरकार के इस आदेश को लागू करने में और आधारभूत ढांचे के सुधार में कुछ समय लगेगा।
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में कोरोना संक्रमण के रोगियों के लिए 50 बेड की अलग से व्यवस्था की गई थी। इससे पहले दिल्ली में विशेष तौर पर कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों को सभी वार्ड में तत्काल सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में यह निर्देश दिए गए।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के आदेश में यह भी कहा गया कि सभी कोविड-19 समर्पित अस्पतालों को मरीज के एक अटेंडेंट (देखरेख करने वाला) को अस्पताल परिसर में रुकने की अनुमति देनी होगी, जोकि अस्पताल की ओर से निर्धारित स्थान पर ही रहेगा। उच्चतम न्यायालय के 19 जून के आदेश के अनुपालन में यह निर्देश जारी किए गए हैं।
दिल्ली की स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंगला ने कहा कि निर्देश ”तत्काल अनुपालन” के लिए हैं। मालूम हो कि दिल्ली में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 74 हजार के करीब पहुंच गई है जबकि 2429 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं।

