Coronavirus (Covid-19), India Lockdown: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के पेमपुर गांव में सैनिटाइजेशन के लिए गए एक कर्मचारी को जबरन ‘कैमिकल’ पिलाने की घटना के बाद अब उस कर्मचारी की मौत हो गई है। 14 अप्रैल को यह कर्मचारी गांव में सैनिटाइजेशन के लिए गया था। आरोप है कि यहां कुछ लोगों ने उन्हें जबरदस्ती पकड़कर ‘Sodium Hypochlorite’ पिलाया। घटना के चार दिन बाद शनिवार (18 अप्रैल, 2020) को इस कर्मचारी की मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद सभी पांचों आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक नामजद आरोपी को पकड़ लिया है। ‘PTI’ की खबर के मुताबिक रामपुर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘मामले के 4 अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिशें की जा रही हैं और जल्दी ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’
मृतक कर्मचारी का नाम कुंवर पाल बताया जा रहा है। 21 साल के कुंवर पाल के भाई हरि शंकर पाल ने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि उनके भाई निगम प्रशासन की तरफ से निर्देश मिलने के बाद पेमपुर गांव में सैनिटाइजेशन के लिए गए थे। लेकिन यहां कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और जबरन उन्हें ‘कैमिकल’ पिलाया।
शनिवार को हरि शंकर पाल सिंह ने पुलिस को बताया कि ‘हम पेमपुर में सड़कों और गलियों में सैनिटाइजेशन का काम कर रहे थे। उस वक्त कैमिकल की कुछ बूंदें वहां मौजूद इंद्रपाल सिंह नाम के एक युवक और वहां मौजूद 4 अन्य गांव वालों के कपड़ों पर पड़ गई।
इस बात से वो लोग इतने नाराज हो गए कि उन्होंने रस्सी से मेरे भाई के हाथ-पांव बांध दिए। इसके बाद उन्होंने जबरन उसका मुंह खोला और उसमें ‘कैमिकल’ का स्प्रे किया।
मुंह के अंदर कैमिकल जाने की वजह से वो बेहोश हो गया। थोड़ी ही दूर पर मौजूद एक दूसरे सैनिटाइजेशन वर्कर हुल्लासी कुमार ने कुछ गांव वालों की मदद से मेरे भाई को बिलासपुर इलाके में स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद मेरे भाई को मुरादाबाद स्थित TMU अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।’
आपको बता दें कि कुंवर पाल सिंह की शादी होने वाली थी और परिवार के सदस्य शादी की तैयारियों में भी जुटे हुए थे। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अलग-अलग जगहों पर सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है।

