राणाघाट में एक कॉन्वेंट में एक बुजुर्ग महिला के कथित सामूहिक बलात्कार के तीन दिनों बाद भी इस संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है लेकिन घटना के संबंध में कल रात तीन और लोगों को हिरासत में लिया गया है।

कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी की 71 वर्षीय सिस्टर सुपीरियर का राणाघाट उपमंडलीय अस्पताल में उपचार चल रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है।

नदिया जिला के पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष ने बताया कि कल हिरासत में लिए गए 10 लोगों के अलावा और लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले के संबंध में पुलिस का एक दल राज्य से बाहर भेजा गया है।

कॉन्वेंट स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में चार लोगों के चेहरे दिखे हैं जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे अपराध में शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विश्वसनीय सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपए का इनाम देने की घोषणा की थी।

राणाघाट अस्पताल के अधीक्षक ए के मंडल ने बताया कि पीड़िता सामान्य भोजन ग्रहण कर रही हैं। वह पेय के साथ साथ ठोस आहार भी ले रही हैं। उनके उपचार के लिए एक चिकित्सकीय बोर्ड गठित किया गया है और उनकी काउंसलिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि रोम का एक पादरी उनकी आध्यात्मिक काउंसलिंग कर रहा है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नन से मिलने कल अस्पताल गई थीं और उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अपराधियों को फांसी पर लटकाया जाए। इस बीच व्यापारियों ने इस घटना के विरोध में कॉन्वेंट के आस पास के इलाके में बाजार बंद रखे और अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष मारिया फर्नांडीस ने अस्पताल जाकर नन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीनों में देश भर में महिलाओं पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें महिलाओं पर हमलों के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा।’’

मारिया ने कहा कि यह मामला केवल लूट पाट का नहीं बल्कि बलात्कार और तोड़ फोड़ का भी है। उन्होंने कहा कि कॉन्वेंट के प्रार्थनाघर में तोड़ फोड़ की गई।