राजपूत योद्धा राणा सांगा पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन के बयान से हंगामा बरपा हुआ है। उनके बयान की आलोचना बीजेपी कर रही है। इस बीच भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के अंदर दैत्य गुरु शुक्राचार्य की आत्मा घुस आई है। बृजभूषण सिंह ने कहा कि पहले बॉम्बे में आत्मा घुसी और अब फिर से ऐसा हुआ है।
बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा?
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं के अंदर दैत्य गुरु शुक्राचार्य की आत्मा घुस गई है। इस बयान का कितना नुकसान होगा, इसकी चिंता राणा सांगा के परिवार और राजपूत समाज को करने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि जैसे शुक्राचार्य के बताए रास्ते पर चलकर रावण का अंत हुआ, तो यह शुक्राचार्य की आत्मा कभी मुंबई में घुस जाती है। अभी अच्छा खासा चल रहा था, तो अब जो सुमन साहब हैं, कई बार के सांसद हैं उनमें घुस गई।”
बृजभूषण सिंह ने आगे कहा, “सुमन साहब वैसे तो कहते हैं कि इतिहास की जानकारी है। लेकिन अगर उनको कहीं से मिला है कि बाबरनामा में यह लिखा है कि बाबर को सांगा ने आमंत्रित किया था, तो फिर यह भी देखना चाहिए की दौलत खां लोधी ने क्या किया था? दौलत खां लोधी ने इब्राहिम लोदी के विरोध में किया था। तो इतिहास में एक-एक करके कई चीज देखने को मिलती है।”
‘यह बयान उनको वापस लेना चाहिए…’
बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर किसी भी वक्तव्य से किसी भी समाज या जाति को तकलीफ पहुंचती है तो वैसा बयान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राणा सांगा देशभक्त थे कि नहीं थे, छत्रपति शिवाजी महाराज-छत्रपति संभाजी महाराज देशभक्त थे कि नहीं थे, झांसी की रानी देशभक्त थीं कि नहीं थीं, इस पर किसी नेता के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है? बृजभूषण सिंह ने कहा कि यह बयान उनको वापस लेना चाहिए नहीं तो इसका परिणाम समाजवादी पार्टी भुगतेगी।
रामजीलाल सुमन ने क्या कहा था?
बता दें कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने राज्यसभा में कहा था कि राणा सांगा एक गद्दार थे, जिन्होंने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया था। उन्होंने कहा था कि हम बाबर की आलोचना तो करते हैं लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं करते? सपा सांसद के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद ने माफी की मांग की हैं तो वहीं सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने रामजीलाल का बचाव किया है।”