बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में फाइनल ईयर के दो स्टूडेंट्स को हॉस्टल के कमरे के अंदर एक डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न और लूटपाट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि अरेस्ट किए गए आरोपियों में छात्र भी शामिल हैं। इस मामले में दो स्थानीय निवासियों की तलाश में अलग-अलग जगह पर दबिश दी जा रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 32 साल के डॉक्टर को एक कमरे में बुलाया, उसका यौन उत्पीड़न किया और पूरी घटना को अपने फोन में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी भी दी। आरोपी केवल इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने डॉक्टर से पैसों की भी वसूली की। पुलिस ने अब आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का फैसला किया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना करीब 11 जनवरी को हुई थी। हालांकि, आरोपियों के द्वारा ज्यादा पैसे मांगने के बाद डॉक्टर ने 4 फरवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर के मुताबिक, 11 जनवरी को एक आरोपी ने उन्हें फोन करके दावा किया कि उनके रूममेट की तबीयत बिगड़ रही है। जब वह कॉलेज के गेट पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि उन्हें एक हॉस्टल के कमरे में ले जाया गया, जहां पहले से ही चार लोग मौजूद थे। डॉक्टर ने कहा कि उनका यौन उत्पीड़न किया गया और एक अंगूठी और एक चेन समेत उनके सोने के गहने जबरन उनसे छीन लिए गए। आरोपियों ने कैश भी छीन लिया था।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
वाराणसी के पुलिस अधिकारी राम सेवक गौतम ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ के बाद रिमांड पर लेने की प्लानिंग कर रही है। अधिकारी ने आगे कहा कि आरोपियों ने मुख्य रूप से समलैंगिक समुदाय (Gay community App:) द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप के माध्यम से डॉक्टर से संपर्क किया था। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह भी बताया कि उन्होंने पहले भी चार अन्य डॉक्टरों और एक कारोबारी को निशाना बनाया था। हालांकि, पहले वाले लोगों में से कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।