अजय पांडेय

दोपहर बाद करीब 4:15 बजे का वक्त। कांग्रेस के मीडिया हॉल में पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी अभी संवाददाताओं से मुखातिब ही हुए थे कि अचानक बाहर से जबरदस्त शोर-शराबे की आवाज सुनाई देने लगी। पलक झपकते खबरनवीस उधर लपके जिधर से आवाज आ रही थी। कांग्रेस मुख्यालय की दीवार से लगे सोनिया गांधी के निवास (10, जनपथ) की ओर से पार्टी मुख्यालय में खुलने वाले दरवाजे से कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी आतीं दिखीं। उनके चारों ओर जिंदाबाद के नारे लगाते पार्टी कार्यकर्ताओं का हुजूम और उनकी तस्वीर उतारने को हवा में लहराते कैमरे वालों का झुंड था। सफेद स्कार्फ गले में लपेटे प्रियंका ने चंद कदमों का फासला भी तय नहीं किया कि उनके चारों ओर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। कांग्रेस की नवनियुक्तमहासचिव प्रियंका गांधी बड़ी मुश्किल से सुरक्षाकर्मियों की भारी मशक्कत के बाद पार्टी मुख्यालय में बनाए गए अपने कमरे तक पहुंचने में कामयाब हुईं। खास बात यह थी कि जबरदस्त नारेबाजी और भीड़भाड़ के बावजूद उनके चेहरे पर मुस्कान दिख रही थी।

पार्टी मुख्यालय में करीब 20-25 मिनट बिताने के बाद प्रियंका के निकलने के समय भी भीड़ का जुनून वैसा ही था। हालांकि सुरक्षाकर्मी उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में लेकर उनको गाड़ी तक लेकर आए। सड़क के पार कार्यकर्ताओं का हुजूम विभिन्न अखबारों के फोटाग्राफरों के साथ जमा था। उनके आग्रह पर प्रियंका ने बीच सड़क पर गाड़ी रोक दी और खुद गाड़ी से बाहर निकल कर आ गर्इं। हालात का अंदाजा लगाकर दो-तीन मिनट के अंदर ही उन्हें गाड़ी में अंदर बैठ जाना पड़ा और उनका काफिला आगे निकल गया।