UP News: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक लेखपाल अमेठी की सांसद को पहचान नहीं पाया। वहीं, उनको पहचान नहीं पाने वाले लेखपाल के खिलाफ खिलाफ काम में लापरवाही बरतने के आरोप में जांच के आदेश दिए गए हैं। अब इस मामले पर कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधा है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा- “लेखपाल स्मृति ईरानी को पहचान नहीं पाया तो उसके खिलाफ जांच बिठा दी! कल सड़क पर कोई नहीं पहचान पाएगा तो जेल पंहुचा देंगी? सत्ता का इतना घमंड अच्छा नहीं स्मृति ईरानी जी!”
दरअसल, सांसद स्मृति ईरानी 27 अगस्त को अमेठी के दौरे पर आयी थीं। मुसाफिरखाना के गांव पूरे पहलवान निवासी करुणेश ने उनको शिकायत पत्र देकर कहा था कि उनके पिता शिक्षक थे और उनका निधन हो गया है। उनकी मां सावित्री देवी को पेंशन मिलनी है, जिसका सत्यापन लेखपाल दीपक नहीं कर रहे हैं। करुणेश ने कहा था कि इस वजह से उनकी मां को पेंशन नहीं मिल पा रही है, जिस पर अमेठी सांसद ने लेखपाल को फोन किया था, लेकिन लेखपाल स्मृति ईरानी को पहचान नहीं पाया था।
मुसाफिरखाना तहसील में दीपक लेखपाल पद पर कार्यरत
केंद्रीय मंत्री ने उसके बाद फोन को सीडीओ के दिया और बोलीं “अंकुर जी परिचय देंगी थोड़ा एक सेकेंड रुकिए। उनके बाद सीडीओ ने फोन पर लेखपाल की क्लास ला दी। उन्होंने कहा, “तुमको जिले का सीडीओ कौन है नहीं पता?”। साथ ही सीडीओ अंकुर ने कहा, “आप पहले ऑफिस आइए”। बता दें कि दीपक मुसाफिरखाना तहसील के गौतमपुर ग्राम सभा में लेखपाल के पद पर कार्यरत है।
केंद्रीय मंत्री को नहीं पहचान पाने वाले लेखपाल पर होगी कार्रवाई
अमेठी की मुख्य विकास अधिकारी अंकुर लाठर ने कहा, “कुरुणेश के शिकायत पत्र के अनुसार, मुसाफिरखाना के लेखपाल दीपक ने अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाही दिखाई और काम को सही तरीके से नहीं करने के आरोप में मुसाफिरखाना के एसडीएम को इसकी जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।