मध्य प्रदेश में सत्ता गंवा चुकी कांग्रेस को उपचुनाव से पहले एक और झटका लगा है। पार्टी के विधायक नारायण पटेल ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा  ने उनका इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है। अब वह सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूजगी में बीजेपी में शामिल होंगे। कमलनाथ सरकार गिरने के बाद से कांग्रेस के विधायकों का इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है।

मध्य प्रदेश में इसी महीने ये तीसरे विधायक हैं जो कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम रहे हैं।  इससे पहले 24 विधायक कांग्रेस से मुंह मोड़ चुके हैं। 15 दिनों के अंदर कांग्रेस को यह तीसरा बड़ा झटका लगा है। नारायण पटेल के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या अब 89 रह गई है। भाजपा के पास 107 विधायक हैं। भाजपा को पूर्ण बहुमत के लिए अब सिर्फ 9 विधायकों की जरूरत है। वहीं, 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा का विधायक हैं।

शुक्रवार को बुरहानपुर जिले के नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर ने इस्तीफा दे दिया था।  प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने उनका भी त्यागपत्र स्वीकर कर लिया था। कास्डेकर ने शिवराज सिंह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया। इसके अलावा बड़ामलहरा के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और  बीजेपी में शामिल हो गए थे। लोधी को खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बनाया गया है।

27 सीट पर होंगे उपचुनाव: मध्य प्रदेश में 27 सीटें खाली हो गईं हैं। प्रदेश में 25 विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस कमजोर होती नजर आ रही है। कमलनाथ विधायकों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं लेकिन विधायक एक एक करके उनका हाथ से फिसलते जा रहे हैं।