कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने उत्तरप्रेदश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी करते हुए कहा – साधु संत सिर्फ धर्म प्रचार कर सकते हैं, वो सरकार नहीं चला सकते हैं। उनका जो काम है उन्हें वही करना चाहिए।
एक चैनल पर डिबेट में बहस करते हुए एंकर कांग्रेस नेता उदित राज से सवाल करता है कि आप एक जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि को ऐसे कैसे बोल सकते हैं। यह सिर्फ साधु-संतों का ही नहीं ,उत्तरप्रेदश की जनता का भी अपमान है। आख़िर उन्हें उत्तरप्रेदश की जनता ने चुना है।लोगो ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है। क्या आप ये भूल गए हैं? इस पर कांग्रेस नेता उदित राज झल्ला जाते हैं, और कहते हैं कि- आप बीजेपी के प्रवक्ता के भांति क्यों बोल रहे हो।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप मेरी बात ही पूरी नहीं होने दे रहे हैं तो मैं जवाब कैसे दूं । वो आगे बोलते हैं कि साधु-संत सरकार नहीं चला सकते ,वो सिर्फ पूजा और क्रियाकर्म ही कर सकते हैं। शासन चलाना उनके बस की बात नहीं है। पूरे प्रदेश में रोज कानून की धज्जियां उड़ा रही हैं। आज फिर तीन दलित लड़कियों पर तेजाब से हमला किया गया। अपराधी खुले आम घूम रहे हैं।
उनके बयान पर बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने कहा कि- हमारी सभ्यता में कहा गया है कि राजा ऋषि के तरह होना चाहिए और जहाँ पर ऋषि राजा हो जाये उसके बारे में क्या कहा जाए । उससे अच्छा कुछ नही हो सकता है। आज उत्तरप्रेदश में मुख्यमंत्री बिल्कुल बेदाग है। उनकी काबिलियत,क्षमताएं और सबको साथ लेकर चलने का नजरिया किसी और मुख्यमंत्री के पास नहीं है।
विपक्षी दलों के पास इसका कोई जवाब नहीं है। इसलिए वो इस तरह के फालतू आरोप लगते रहते हैं। इस पर एक अन्य प्रवक्ता बालकनाथ ने बोला- कि जिस तरह एंकर के सवाल करने पर उदित राज बौखला गए ये बताता है कि वो कितनी बचकानी बात कर रहे हैं,उनके पास कोई ठोस जवाब नहीं है।
उदित राज को अपने दिमाग की जाँच करवानी चाहिए, उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ है। बालकनाथ ने कहा कि साधु संतों ने हमेशा ही भारत का नेतृत्व किया है,चाहे आध्यात्मिक हो या सामाजिक उन्होंने हर क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा किया है ।