कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा के 25 सालों के शासनकाल के दौरान गुजरात दिवालिया हो गया है। उन्होंने कहा कि लोग सरकार से न सिर्फ आनंदीबेन पटेल के मुख्यमंत्री काल के दौरान बल्कि पिछले 25 सालों में उठाए गए ठोस कदमों के बारे में जानना चाहते हैं। आनंदीबेन पटेल सरकार ने 22 मई को अपने दो साल पूरे किए। गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता वाघेला ने कहा कि भाजपा राज्य में करीब 25 सालों से शासन कर रही है। इसलिए उसे अपनी विफलताओं को ढंकने के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा सरकार बताए कि उसने इन 25 सालों में क्या किया क्योंकि लोग विकास के झूठे दावों से संतुष्ट नहीं होंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात और उसके लोग दिवालिया हो गए हैं क्योंकि राज्य का विकास करने के बजाय प्रचार अभियानों पर करोड़ों खर्च किए गए। राज्य का कर्ज दो लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। गुजरात की जनता हर साल इस कर्ज पर 3200 करोड़ रुपए के ब्याज का भुगतान कर रही है।वाघेला ने कहा कि हमारे पूर्व मुख्यमंत्री (मोदी) ने वाइब्रेंट गुजरात समिट पर करोड़ों खर्च किए। इसे विकास के लिए नहीं बल्कि अपनी छवि में सुधार के लिए आयोजित किया गया। वाइब्रेंट गुजरात सिर्फ उनके प्रचार के लिए था।

उन्होंने दावा किया कि गुजरात में 60 लाख से अधिक युवा बेरोजगार हैं और 60 हजार छोटे व मंझोले उद्योग भाजपा के 25 सालों के शासनकाल में बंद हो गए हैं। गुजरात की जनता जानना चाहती है कि पिछले 25 सालों में कितने नए बांध, बिजली संयंत्र, सरकारी अस्पताल, स्कूल, कॉलेज और डेयरियां बनाई गईं। पिछले 25 सालों में सिर्फ लोगों का कष्ट बढ़ा है।