MP Politics: मध्य प्रदेश की राजनीति में अपनी पैठ जमाने में लगे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रस कि तरफ से यह तंज बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से सिंधिया की बढ़ रही नजदीकियों को लेकर किया गया है। प्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि सिंधिया हमसे तो गले मिले थे, उनका तो बस हाथ पकड़ा है, जब हमें छोड़कर चले गए तो विजयवर्गीय किस खेत की मूली हैं।
इंदौर में कांग्रेस की एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जीतू पटवारी से सिंधिया और विजयवर्गीय के रिश्तों में हो रहे बदलाव को लेकर सवाल किया गया था। दरअसल, दोनों नेता पहले एक-दूसरे के कट्टर विरोधी थे, लेकिन इन दिनों दोनों कई मौकों पर दोनों साथ नजर आए हैं। सिंधिया एक कार्यक्रम के दौरान कैलाश विजयवर्गीय का हाथ पकड़कर मंच तक ले जाते नजर आए थे।
इस पर जीतू पटवारी ने कहा कि राजनीति एक ऐसी विधा है, जिसमें जो सबसे ज्यादा प्यारा होता है, जिसके समर्पण के लिए जनता के सामने भाषणों में कस्में और वादे किए जाते हैं। उनके एक-दूसरे को छोड़ने और पकड़ने के हजारों उदाहरण हैं। उन्होंने कहा, “सिंधिया हमसे गले मिलते थे, प्यार करते थे और अच्छी-अच्छी बातें करते थे, तो जब हमें छोड़कर चले गए तो, कैलाश विजयवर्गीय किस खेत की मूली हैं।”
कैलाश विजयवर्गीय और सिंधिया कभी एक दूसरे का नाम सुनते ही बरस पड़ते थे, लेकिन पिछले एक महीने से दोनों के रिश्ते बदलते नजर आ रहे हैं। इससे प्रदेश की राजनीति में खलबली मची हुई है। उनकी इन नजदीकियों को लेकर अलग-अलग कयास भी लगाए जा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस ने भी हिंट दिए हैं।
कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा कि पहले एक-दूसरे को देखना पसंद नहीं करते थे। अब घर बेटे के साथ खाना खाने जाना, मंच पर हाथ पकड़कर ले जाना, इस बदलाव के पीछे कुछ तो है। कांग्रेस का कहना है कि एमपीसीए के आगामी चुनाव में बेटे की ताजपोशी के लिए हैं या एमपी की भविष्य की राजनीति के कोई संकेत है… जो भी हो, जल्द ही सामने आएगा।