उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धीरेंद्र प्रताप ने उच्चतम न्यायालय के मार्शलों द्वारा कोर्ट रूल का हवाला देकर उनकी गांधी टोपी उतरवाये जाने के विरोध में शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है। पूर्व दर्जाधारी मंत्री प्रताप ने गुरुवार (28 अप्रैल) यहां बताया कि वह उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर वहां गांधी टोपी न पहनने देने की परंपरा और नियमों को खत्म करने का आग्रह करेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन को लेकर चल रहे मामले की सुनवाई देखने के लिये वह कल न्यायालय गए थे लेकिन वहां शीर्ष अदालत के मार्शलों ने उनकी गांधी टोपी उतरवा दी।
प्रताप ने बताया कि उन्होंने अपनी गांधी टोपी उतरवाए जाने को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और जंग ए आजादी के प्रतीक का अपमान बताया लेकिन मार्शलों ने उनकी बात नहीं मानी और कोर्ट रूल का हवाला देकर उनकी टोपी उतरवा दी। उन्होंने कहा, “मैंने गांधीवाद के अपमान की इस लड़ाई को लड़ने का निश्चय किया है और जल्द ही मैं उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर के समक्ष इस गलत परपंरा को खत्म करने का आग्रह करने के लिए जनहित याचिका दायर करूंगा।”