Digvijay Singh Prayagraj Mahakumbh 2025: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार को पहुंचे और उन्होंने संगम में डुबकी लगाई। इस मौके पर उनके साथ उनके बेटे जयवर्धन सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह तीन बार कुंभ में स्नान करने के लिए यहां आ चुके हैं और यह उनके लिए राजनीतिक विषय नहीं बल्कि आस्था का प्रश्न है।
महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कहीं ना कहीं कमी जरूर रही और इस वजह से ही ऐसा हुआ।
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘हम लोग वीआईपी के नहीं बल्कि साधारण यात्री के रूप में यहां आए हैं इसलिए वीवीआईपी का जो मूवमेंट है उसकी वजह से भी काफी दिक्कत आती है और बेहतर है कि लोग अपनी-अपनी व्यवस्था करके आएं।’
क्या इस समुदाय का सपोर्ट मिलने की वजह से दिल्ली में चुनाव जीत गई BJP और हार गई AAP?
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह दिल्ली से फ्लाइट से आए और संयोग से उनके मित्र का हेलीकॉप्टर मिल गया तो एयरपोर्ट से संगम तक भी आसानी से आ गए। बताना होगा कि प्रयागराज में श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है और अब तक 50 करोड लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
बताना होगा कि कुंभ में हुई भगदड़ के बाद वीवीआईपी मेहमानों के लिए अलग इंतजाम होने का मुद्दा विपक्षी दलों ने उठाया है और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर बहस हो रही है कि कुछ खास लोगों के लिए महाकुंभ में अलग से इंतजाम क्यों किए गए हैं।
भगदड़ में मरने वालों का सही आंकड़ा बताए सरकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर चिंता जताते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के अधिकारी ‘‘मौतों का सही आंकड़ा जारी नहीं कर रहे हैं।’’ पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्य का बजट पेश किए जाने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘महाकुंभ की घटना में इतने सारे लोग मारे गए, लेकिन वे मौतों का सही आंकड़ा जारी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इतना प्रचार किया कि बड़ी संख्या में लोग महाकुंभ देखने आए लेकिन आयोजन स्थल पर उचित व्यवस्था नहीं की गई।’’ बताना होगा कि पिछले महीने महाकुंभ मेले में मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 अन्य घायल हो गए थे।