Bengaluru News: कर्नाटक में सियासी हलचल इन दिनों तेज है। कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर लगातार निशाना साध रही है। कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार समेत कई नेताओं को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को निशाना बनाने वाले ‘PayCM’ पोस्टर के अभियान के सिलसिले में शुक्रवार (23 सितंबर) को हिरासत में लिया गया। जिनमें बीके हरिप्रसाद, प्रियांक खड़गे, रणदीप सिंह सुरजेवाला भी शामिल हैं। वहीं, पोस्टर पर अपनी तस्वीर इस्तेमाल किए जाने पर अभिनेता अखिल अय्यर ने कांग्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी हैं। चलिए पूरी खबर को विस्तार से जानते हैं।
कर्नाटक कांग्रेस के ‘PayCM’ पोस्टर’ पर अपनी तस्वीर के इस्तेमाल करने पर एक्टर अखिल अय्यर ने कहा कि उनका फोटो उनकी मर्जी के बिना इस्तेमाल किया गया है। अभिनेता अखिल अय्यर ने ट्विटर पर लिखा- “मैं यह देखकर हैरान हूं कि मेरे चेहरे का अवैध रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है और मेरी सहमति के बिना।” उन्होंने आगे लिखा- “40 प्रतिशत सरकार एक कांग्रेस का अभियान है मेरा इससे कुछ भी लेना देना नहीं। मैं इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।” अखिल ने पोस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सिद्धारमैया को भी टैग किया।
कांग्रेस का ‘PayCM’ अभियान जानिए
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने ये अभियान सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं की तरफ से बिल्डरों, ठेकेदारों और अन्य से 40 प्रतिशत कमीशन लेने के आरोपों के तहत है। इस हफ्ते की शुरुआत में ई-वॉलेट पेटीएम के डिजाइन से मिलते-जुलते पोस्टर और क्यूआर कोड पर मिस्टर बोम्मई की फोटो 40 प्रतिशत यहां स्वीकार किए गए मैसेज के साथ बेंगलुरू में पोस्टर सामने आए थे। वहीं, अगर इसे स्कैन किया जाता है तो क्यूआर कोड एक वेबसाइट पर ले जाता है। इस वेबसाइट को कुछ दिन पहले कांग्रेस ने लॉन्च किया था।
पोस्टर पर बोले सीएम बोम्मई
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि प्रचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने शुक्रवार (23 सितंबर) को मीडिया से कहा, “अभियान पूरे राज्य में जारी रहेगा।” दूसरी, तरफ कर्नाटक के सीएम बोम्मई ने कांग्रेस के इस अभियान को साजिश बताते हुए कहा, “उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया है”। समाचार एजेंसी के अनुसार, सीएम ने कहा, “यह सब राजनीति से प्रेरित है। मैंने उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी है। उनके (कांग्रेस) कार्यकाल के दौरान कई घोटाले हुए जिन पर गौर किया जाना चाहिए।” वहीं, इन दावों ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है।