बिहार में महागठबंधन का सीएम चेहरा कौन होगा, इसे लेकर कांग्रेस शायद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का समर्थन करने के लिए तैयार नहीं है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू से बुधवार को जब यह पूछा गया कि बिहार में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा तो उन्होंने कहा, ‘बिहार का सीएम बिहार की जनता चुने तो अच्छा है।’
बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होना है। एनडीए की ओर से यह साफ है कि जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री का चेहरा हैं जबकि महागठबंधन की ओर से इसे लेकर कुछ भी साफ नहीं हो रहा है।
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राहुल ने भी टाल दिया था सवाल
कुछ दिन पहले जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार में वोटर अधिकारी यात्रा निकाली थी, तब उनसे भी यह सवाल पूछा गया था कि बिहार में क्या तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे होगा लेकिन उन्होंने भी साफ जवाब नहीं दिया था। जबकि तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पद को लेकर राहुल गांधी का समर्थन किया था।
आरजेडी बोले- तेजस्वी ही हैं सीएम के उम्मीदवार
इस बीच, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव से जब न्यूज 18 ने यह पूछा कि क्या तेजस्वी यादव सीएम होंगे तो उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विधायक ही तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा। उनके बयान के जवाब में राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पप्पू यादव के बयान का कोई मतलब नहीं है वह ना 3 में हैं और ना 13 में।
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तिवारी ने कहा कि बिहार की 14 करोड़ जनता तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री मान चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस बात को जानते हैं कि 2020 में तेजस्वी यादव ही महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और 2025 में भी तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर कांग्रेस तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने से पीछे क्यों हट रही है? वह इस मामले में अपना स्टैंड साफ क्यों नहीं करती।
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