केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने बुधवार (30 मार्च) को आरोप लगाए कि कांग्रेस अपने राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए सेना के जवानों की कुर्बानियां दरकिनार कर रही है और ‘‘भारत बांटने’’ की साजिश रच रही है। स्मृति ने यहां एक चुनावी सभा के दौरान आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए उस पार वालों के साथ खड़े होने के लिए भारतीय युवाओं और सैनिकों की कुर्बानियों को दरकिनार कर दिया है।’’ बहरहाल, वरिष्ठ भाजपा नेता ने उस देश का नाम नहीं लिया जिसकी तरफ वह इशारा कर रहीं थी।
स्मृति ने यह भी आरोप लगाए, ‘‘सवाल उनपर उठता है जो अपने राजनीतिक स्वार्थ में भारत को बांटने के लिए तैयार हैं। क्या कांग्रेस को आपके वोट पाने का अधिकार है?’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘नहीं। तब हर भारतीय को हमारी भाजपा को विजयी बनाने और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए कमल का बटन दबाने को कहें।’’
स्मृति ने आरोप लगाया, ‘‘असम का युवा काम करना चाहता है लेकिन उनकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि उन्हें कहा जाता है कि अगर आप रोजगार चाहते हैं तो पहले मेज पर पैसे रखें।’’ मानव संसाधन विकास मंत्री ने सवाल किया, ‘‘अगर उनके पास धन है तो क्या वह रोजगार के लिए जाएंगे?’’
स्मृति ने कहा कि अगर युवक कोई कारोबार करना चाहते हैं तो उन्हें कर्ज की जरूरत होती है जिसके लिए बैंक उनसे मां के जेवर, बाप के खेत या घर कर्ज की गारंटी के तौर पर मांगते हैं। उन्होंने सवाल किया, ‘‘अगर उनके पास ये सारी चीजें होंगी तो क्या युवक कर्ज के लिए बैंक के पास जाएंगे?’’
स्मृति ने कहा कि इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मुद्रा लोन योजना’ शुरू की है ताकि देश के युवक आत्मनिर्भर हो सकें और बैंक जा सकें और बिना कुछ गिरवी रखे कर्ज ले सकें।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने बैंकों को योजना के तहत युवकों को 50 हजार रूपये से ले कर 10 लाख रूपये तक का कर्ज देने का आदेश दिया है। जब कांग्रेस केन्द्र में सत्ता में थी , न तो उस समय और न ही असम में सत्ता में रहने के दौरान उसने इस तरह की स्कीम दी।’’ स्मृति ने काटीगोरा, सिलचर और करीम गंज में भी चुनावी सभाओं को संबोधित किया।