सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी संदेश के चलते मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में अंधविश्वास का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। तालाब में डूबकर मरे दो भाइयों के शवों को एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में इस भ्रम में खड़े नमक में रात भर दबाकर रखा गया कि ऐसा करने से वे दोबारा जी उठेंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार (20 अगस्त) को बताया कि हैरान कर देने वाला यह वाकया इंदौर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर सांवेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया। सांवेर, प्रदेश के लोक स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट का चुनाव क्षेत्र है।
अधिकारियों ने बताया कि तालाब में रविवार को नहाने के दौरान दो सगे भाई-कमलेश (20) और हरीश (18) डूब गए थे। उन्हें तालाब से बाहर निकालकर सांवेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, तो डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि मृत युवकों के परिजनों ने सोशल मीडिया पर वायरल एक संदेश का हवाला देते हुए दोनों शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब दो क्विंटल खड़े नमक से रातभर के लिए ढंक दिया। इस संदेश के जरिये अफवाह फैलाई जा रही है कि डूबकर मरा व्यक्ति खड़े नमक में दबाए जाने से दोबारा जिंदा हो सकता है।
चंद्रावतीगंज पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार (19 अगस्त) को दोनों युवकों के शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। इसके बाद इन्हें अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। इनकी अंत्येष्टि हो चुकी है। बहरहाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सगे भाइयों के शवों को नमक में दबाकर रखे जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
National Hindi News, 20 August 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें
[bc_video video_id=”6061341105001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]
Delhi Yamuna River Flood Alert Live Updates: दिल्ली में बाढ़ का खतरा, ताजा जानकारी के लिए क्लिक करें
घटना के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण जड़िया ने पीटीआई को बताया, ‘मुझे मामले की जानकारी मिली है। डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि ग्रामीणों की भारी भीड़ के दबाव के चलते वे लाचार थे। इसलिये वे दोनों युवकों के शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नमक में दबाये जाने की अंधविश्वासपूर्ण घटना रोक नहीं सके।’ जड़िया ने कहा कि मामले में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी (बीमएओ) से जवाब तलब कर उचित कदम उठाए जाएंगे।