मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक मीटिंग के दौरान बुरहानपुर जिले के कलेक्टर की क्लास लगा दी। दरअसल, गुरुवार (19 मई 2022) को भू-अधिकार योजना के तहत रखे गए वर्चुअल कार्यक्रम में बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह को मुख्यमंत्री के गुस्से का सामना करना पड़ा। बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने प्रवीण सिंह को डांटते हुए कहा कि कलेक्टर बुरहानपुर इधर-उधर मुंडी नहीं हिलाएं। जब मैं बोल रहा हूं, तो तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भू अधिकार योजना के कार्यक्रम में वर्चुअली शिरकत कर रहे थे। कार्यक्रम में सीएम ने विभिन्न जिलों के हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुरहानपुर कलेक्टर भी शामिल थे।
नाराज हो गए सीएम: जिस वक्त मुख्यमंत्री कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे उस दौरान सीएम को बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह इधर-उधर बात करते हुए दिखाई दिए। इस पर सीएम नाराज हो गए और उन्हें कार्यक्रम के दौरान ही फटकार लगा दी। सीएम ने कहा, ‘मैं बोल रहा हूं तो तुम्हें बात करने का अधिकार नहीं है। सामने देखें सीधे। मेरी नजर हर गतिविधि पर रहती है।’
ट्रोल हुए सीएम शिवराज: लेकिन इस वीडियो को लेकर सीएम शिवराज ट्रोल हो गए हैं। दरअसल, जिस वक़्त मुख्यमंत्री बुरहानपुर कलेक्टर को डांट रहे थे उस वक्त कलेक्टर प्रवीण सिंह मीटिंग में मौजूद नहीं थे, वो छुट्टी पर थे। इस बात का दावा कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने भी किया है।
उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान का वीडियो ट्वीट कर लिखा, “शिवराज जी कह रहे है कि कलेक्टर बुरहानपुर प्रवीण, जब मैं बोल रहा हूं तो इधर-उधर मुंडी मत हिलाओ, सामने देखो। हरेक की गतिविधि पर मेरी नज़र रहती है।” अब यह बात सामने आ रही है कि कलेक्टर तो थे ही नही, उनके बदले एसडीएम आये थे। अब यह कैसी नज़र की अपने कलेक्टर तक को पहचानते नहीं?
आंगनवाड़ी गोद लेने के लिए प्रेरित करें: सीएम शिवराज ने शुक्रवार (20 मई 2022) को सुबह 6.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भिंड और सीधी जिले की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि सभी जिला कलेक्टर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, ताकि गरीब का पैसा कोई नहीं खा सके। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी गोद लेने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मैं खुद आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए जनसामान्य से खिलौने लेने के लिए भोपाल में ठेला लेकर निकलूंगा।
कमिश्नर को लगाया था फोन: मुख्यमंत्री ने बुधवार को भी सीधे भोपाल निगम कमिश्नर को फोन लगा दिया था जब उन्होंने सड़क पर पानी के लिए परेशान हो रहे लोगों को खड़े देखा था। सीएम ने कमिश्नर को आधे घंटे का वक्त दिया और कहा कि वो आधे घंटे बाद वापस लौटेंगे तब तक इलाके में पानी की समस्या का समाधान हो जाना चाहिए। जिसके बाद सीएम के लौटने तक बस्ती में पानी पहुंच चुका था।