उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की राजनीति में अपनी जड़े मजबूती के साथ जमा ली हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर दोबारा से अपने खास और विश्वास पात्र महेंद्र भट्ट की ताजपोशी करा कर धामी ने अपनी राजनीतिक ताकत अपने विरोधियों को दिखा दी है।

इस साल फरवरी से उनके विरोधी मुख्यमंत्री पद से पुष्कर सिंह को हटाने की साजिश रच रहे थे और लगातार यह खबरें उड़ाई जा रही थी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जून जुलाई में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मुख्यमंत्री पद से हटा दिए जाएंगे और पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष उनके खास और विश्वास पात्र महेंद्र भट्ट नहीं बनेंगे और कुमाऊं से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा, परंतु बीते सोमवार को राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अकेला पर्चा भरने से विरोधी हक्के-वक्के रह गए और उन्हें मानो सांप सूंघ गया हो।

धामी ने सरकार के रूप में रिकॉर्ड किया कामय

पुष्कर सिंह धामी ने महेंद्र भट्ट को दोबारा से पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनवाकर यह साबित कर दिया है कि राज्य की राजनीति में उनसे बड़ा चाणक्य कोई नहीं है और उन्होंने पार्टी हाई कमान का विश्वास पूरी तरह से जीता हुआ है और हाई कमान कि वे अभी भी पसंद बने हुए हैं। पिछले दिनों उन्होंने अपने कार्यकाल का एक रेकार्ड कायम किया और वह राज्य के पहले भाजपा के ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल 4 वर्ष से ज्यादा पूरा कर लिया है।

बिहार चुनाव को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों में तकरार जारी, सबकी अलग-अलग चल रही तैयारी

महेंद्र भट्ट की प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर दोबारा ताजपोशी होने के बाद यह तय हो गया है कि धामी और भट्ट की जोड़ी उत्तराखंड के 2027 के विधानसभा चुनाव को संपन्न कराएगी और भाजपा का मुख्यमंत्री का चेहरा पुष्कर सिंह धामी ही होंगे। पुष्कर सिंह धामी ने 3 जुलाई 2021 को उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, वह 45 साल की उम्र में उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने थे। वे 2022 से उत्तराखंड विधानसभा में चंपावत विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और इससे पहले 2012 से 2022 तक खटीमा से विधायक रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा हाई कमान ने उन पर विश्वास बनाए रखा और उन्हें मार्च 2022 में फिर से मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया।

लगातार दो बार कार्यकाल संभालने वाले पहले पहले मुख्यमंत्री

वे राज्य के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने इसके निर्माण के बाद से लगातार दूसरा कार्यकाल संभाला है। पुष्कर सिंह धामी का जन्म पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में एक कुमाऊंनी राजपूत परिवार में हुआ था। उनका पैतृक गांव उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले के हरखोला में है । उनका परिवार टुंडी गांव में चला गया जहां उन्होंने 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की, उसके बाद वे खटीमा के नागला तराई भाबर चले गए। उनके पिता सेना में थे और सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया। 2008 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। इस दौरान दौरान उन्हें राज्य सरकार पर राज्य के उद्योगों में स्थानीय युवाओं के लिए 70 फीसद आरक्षित करने का श्रेय दिया जाता है।