देश में बोर्ड एग्जाम्स जारी हैं। ऐसे में पंजाब के दो शहरों से अलग अलग खबरें सामने आई हैं। पंजाब के पटियाला और लुधियाना में एक-एक छात्र के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बता दें कि एक तरफ जहां स्कूल की फीस न भर पाने पर पटियाला में रहने वाली 13 साल की एक लड़की ने आत्महत्या की कोशिश की। वहीं दूसरी तरफ लुधियाना में रहने वाले 12 कक्षा के छात्र अर्शजोत ने परीक्षा में खराब नंबर आने के डर के चलते आत्महत्या कर ली।
फीस न भर पाने के चलते आत्महत्या की कोशिश: पटियाला में एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली छटवीं कक्षा की छात्रा ने मंगलवार ( 19 मार्च) को आत्महत्या की कोशिश की । जानकारी के मुताबिक यहां के एक निजी स्कूल ने स्कूल फीस न भर पाने के चलते बच्ची को उसकी आखिरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी। इसके चलते उसने नशीली दवाई खाकर आत्महत्या की कोशिश की। गौरतलब है कि छात्रा का इलाज अब भी जारी है।
मेरी बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया गयाः पीड़ित बच्ची की मां ने बताया कि मंगलवार सुबह जब उनकी बेटी जब परीक्षा देने पहुंची तो स्कूल वालों ने उनकी बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया। उसे स्कूल में जमा होने वाले साल के 75 हजार रुपये में से बाकी बचे 5000 रुपये जमा करवाने को कहा गया। घर आकर बच्ची ने उन्हें अपनी पूरी आपबीती सुनाई थी जिसके बाद वह स्कूल प्रशासन से बात करने पहुंची थी। इस दौरान दोपहर करीब एक बजे उन्हें घर से फोन आया कि उनकी बेटी ने कोई नशीली दवाई खा ली है। इसके बाद तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
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अंतिम परिणाम का कर रहे थे इंतजारः बच्ची की मां ने बताया कि उन्होंने स्कूल प्रशासन से पहले ही बात कर ली थी कि एक बार सभी परीक्षाओं का अंतिम परिणाम आ जाएगा तो वो बाकी बची फीस भी जमा करवा देंगी और उनकी बेटी का दाखिला दूसरे स्कूल में करवा देंगी। अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
परीक्षा में खराब प्रदर्शन से तनाव में था छात्रः वहीं दूसरी तरफ परीक्षा में तनाव के चलते लुधियाना के माछीवाड़ा में 12 कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार (20 मार्च) को 17 वर्षीय लड़के का शव सरहिंद नहर से बरामद किया। मृतक की पहचान उरना गांव के अर्शजोत सिंह के रूप में हुई है। अर्शजोत बोर्ड परीक्षा में अपने खराब प्रदर्शन के कारण तनाव में था। उनके पिता कुलदीप सिंह ने कहा कि अर्शजोत 13 मार्च को स्कूल में परीक्षा देने गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसके पिता ने अपनी शिकायत में बताया कि अर्शजोत अपनी परीक्षा की तैयारी को लेकर संतुष्ट नहीं था और उसे डर था कि वह परीक्षा में अच्छे नंबर नहीं ला पाएगा।
नहर में डूबने से हुई मौतः माछीवाड़ा के एसएचओ रामनिंदरजीत सिंह ने बताया कि छात्र के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि लड़के की मौत नहर में डूबने की वजह से हुई। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामले की जांच कर रही है।