Clash between Shinde and Uddhav Thackeray Faction: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार गिरने के बाद शिवसेना के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार बन तो गई लेकिन विधायकों के बीच टकराव अभी खत्म नहीं हुआ है। बुधवार को मानसून सत्र के दौरान इसका नजारा विधानसभा की सीढ़ियों पर दिखा। विधानसभा के गेट पर शिवसेना के शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों में जमकर मारपीट हुई।

दरअसल शिंदे गुट और भाजपा के कुछ विधायक पिछली उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इनका कहना था कि पिछली सरकार के दौरान कोविड के टीके को लेकर भ्रष्टाचार की काफी शिकायतें की गई थीं, लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे इसके प्रति उदासीन बने रहे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन की सरकार पर तंज कसने के लिए अपने साथ गाजर लेकर आए थे।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को देखते ही उद्धव ठाकरे के समर्थक विधायक “50 खोखे, एकदम ओके” के नारे लगाने लगे। इस पर शिंदे गुट के विधायक इसका विरोध करते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों पक्षों की नारेबाजी की वजह से वहां मारपीट की नौबत जैसे हालात बन गए।

आदित्य ठाकरे के सामने भी की नारेबाजी

इसी बीच जब वहां पर शिवसेना नेता और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पहुंचे तो एकनाथ शिंदे गुट के विधायक नारेबाजी और तेज कर दी। वे अनिल परब के खोके मातोश्री ओके, सचिन वाझे के खोके मातोश्री ओके जैसी बातें बोल रहे थे। शिंदे गुट के विधायक और एनसीपी विधायकों में हल्की झड़प भी हुई।

एनसीपी विधायक सत्ता पक्ष पर तंज कसने के लिए गाजर लेकर आए थे

जब शिंदे गुट के विधायकों ने राकांपा विधायकों से गाजर छीनने की कोशिश की, तो हालात और तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों के कुछ विधायकों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत करा दिया। हालांकि इसके बाद भी दोनों पक्षों के सदस्य कुछ देर तक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और फिर विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के लिए सदन में चले गए। राज्य विधानसभा का मानसून सत्र गुरुवार को खत्म हो रहा है।

शिवसेना में दो अलग-अलग गुट एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट बन जाने से जो विधायक पहले एक साथ मिलकर रह रहे थे, अब उनके बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष जैसा माहौल है। फिलहाल दोनों गुट खुद को असली शिवसेना बता रहा है।