बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुलाकात पर चिराग पासवान ने कहा कि यह मुलाकात जातीय जनगणना को लेकर नहीं, बल्कि कुर्सी बचाने को लेकर हुई है। चिराग पासवान ने बीपीएससी पेपर लीक, तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी को लेकर भी सरकार पर हमला बोला।
चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री को कई बातों पर ताज्जुब और आश्चर्य होता है पर होता क्या? दिक्कत इस बात की है। पुल हवा में उड़ जाता है। लोगों को दिनदहाड़े गोली मार दी जाती है, शिक्षक सिर मुड़वाकर बैठे हैं। बिहार में ताज्जुब और आश्चर्य के सिवा कुछ नहीं होता है। चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास यह समय है कि जो दस्तावेज जले हैं, उनके सबूत मिटे या नहीं मिटे। उसको जाकर देखने का समय है, लेकिन शिक्षक-छात्रों और पीड़ितों की पास जाने के लिए वक्त नहीं है। चिराग ने सरकार से पूछा कि बिहार में जितने अपराध और घोटाले हुए उसकी जांच की बात तो हुई, लेकिन सच्चाई सामने कभी नहीं आयी। बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद कभी कोई जांच रिपोर्ट सामने नहीं आयी। न ही किसी की जवाबदेही तय हुई।
बिहार में पेपर लीक मामले पर चिराग पासवान ने कहा कि इससे राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि को धूमिल हुई है। बिहार में जिस तरह से शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। ये उसके नये मापदंड को इस बीपीएससी पेपर लीक मामले ने पार किया। चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री बिहार और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार एक ऐसा प्रदेश है, जहां तीन साल का कोर्स पांच साल में पूरा होता है। छात्र सड़क पर बैठे रहते हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर कोई बातचीत नहीं हो रही है, ये केवल कुर्सी को बचाने को लेकर बात हो रही है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना तो सिर्फ एक बहाना है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री हैं, उनको जातीय जनगणना कराने से कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि जातीय जनगणना हम नहीं कराने वाले, उन्होंने कहा कि आज जो कमरे में बैठकर बातचीत हुई है, वो केवल कुर्सी बचाने को लेकर बात हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार में विडंबना रही है कि कुर्सी को कैसे बचाया।
चिराग पासवान ने कहा कि आज की तारीख में 19 लाख रोजगार को लेकर कौन बात कर रहा है। मुख्यमंत्री के पास नेता प्रतिपक्ष की इफ्तार पार्टी में जाने का समय है, लेकिन जो शिक्षक और छात्र धरने पर बैठे हैं उनके पास जाने का समय नहीं है। चिराग पासवान ने कहा कि जो बैठक आज हुई वो इस बात लेकर हुई कि भविष्य में बिहार की सत्ता यानी की कुर्सी को कैसे पक्का किया जाए।