Children Forced To Clean Toilet: बिहार के आरा के एक सरकारी विद्यालय में बच्चों के हाथ में किताब कॉपी की जगह टॉयलेट साफ करने का ब्रश थमा दिया गया है। भोजपुर जिले के मोनाको कुंवर मध्य विद्यालय भलुहीपुर में पढ़ने आए मासूम बच्चों को पढ़ाने के बजाय उनसे स्कूल का गंदा टॉयलेट साफ करवाया जा रहा है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है।
वीडियो में स्कूल के बच्चों और बच्चियों से शौचालय और परिसर साफ कराया जा रहा है। बच्चों ने भी आरोप लगाया कि स्कूल की प्रभारी ऐसे कामों को करवाने के लिए नियमित रूप से दबाव बनाती हैं। जिस वजह से हम लोगों को ये काम करना पड़ता है। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जांच का आदेश दे दिया है।
आरा के मोनाको कुंवर मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अविभावकों ने विद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया है कि स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा बच्चें से बॉथरूम टॉयलेट साफ करवाया जाता है। शिकायत में कहा गया कि पूरे स्कूल की साफ-सफाई छात्रों से ही करवाई जाती है।
पैसे मांगती हैं प्रिंसिपल: छात्रों के अभिभावकों ने यह भी कहा कि स्कूल में एडमिशन हो या रिजल्ट, अटेंडेंस या टीसी सभी के लिए प्रिंसिपल छात्रों के परिजनों से 500 सौ रुपए वसूलती हैं। इतना ही नहीं, प्रिंसिपल पर राष्ट्रगान के समय बैठे रहने और स्टूडेंट्स को टीका लगा कर आने पर मजबूर करनी के भी आरोप हैं। स्थानीय वार्ड पार्षद ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित शिकायत दे कर प्रिंसिपल पर कार्यवाही की मांग की है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के आदेश: इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इसकी लिखित कंप्लेंट हमारे पास आई है और हमने ब्लॉक एजुकेशनल ऑफिसर को जांच के लिए आदेश भी दे दिए हैं जांच के बाद जिस किसी के भी गलती पाई जाती है उस पर कार्रवाई की जाएगी।
भोजपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया, “मोनाको कुंवर मध्य विद्यालय भलुहीपुर में प्रभारी शिक्षिका के बारे में शिकायतें मिल रही है। प्रभारी शिक्षिका बच्चे और बच्चियों से शौचालय सफाई कराती हैं। अभिभावकों से साथ भी उनका बर्ताव सही नहीं है। इसके अलावा भी अगर किसी स्तर से कोई शिकायत मिलेगी तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से सभी मामलों की जांच करायी जाएगी।”