बिहार के जहानाबाद में एक बीमार मासूम ने मां की गोद में ही दम तोड़ दिया। बच्चे की मां उसके इलाज के लिए एंबुलेंस की खोज में दर-ब-दर भटकती रही। लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से 3 साल के बच्चे की जान चली गई। अब इस घटना पर सोशल मीडिया यूजर्स ने गुस्सा जताया है। जहां कई लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन की आलोचना की है, वहीं कई और लोगों ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था के ठीक होने के दावों पर ही सवाल उठा दिए हैं।
As a mother, I broke down when I saw this video! @NitishKumar why aren’t ambulances available? This is criminal negligence & you must take action against the hospital https://t.co/Ir5Apisv4s
— Shama Mohamed (@drshamamohd) April 11, 2020
ट्विटर यूजर उत्कर्ष कुमार सिंह ने इस घटना का वीडियो पोस्ट कर लिखा, “हाथों में 3 साल के बच्चे की लाश लेकर बदहवास भागती ये मां बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की गवाह है। जहां एम्बुलेंस न मिलने की वजह से मासूम की जान चली गई। बच्चे को पहले अरवल से जहानाबाद रेफर किया, फिर जहानाबाद से पटना। मरने के बाद शव ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस नहीं मिली।”
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वीडियो पर जावेद सूरी नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर कहा, “इंसानियत मर चुकी है जो कुछ बची हैं सिर्फ़ ज़िंदा लाशें हैं। मेरा दिल इस घटना को देखकर पिघला जा रहा है और हम इससे ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकते।” शमसे इस्लाम नाम के एक अन्य यूजर ने टीवी एंकर्स को ट्वीट कर लिखा, “किसी मे है हिम्मत कल डिबेट करने की।” इस पर अमित चौहान नाम के एक यूजर ने जवाब में लिखा, “नहीं हमारे देश का मीडिया गरीबों के लिए नहीं, अमीरों के हितों की रक्षा के लिए काम करता है।”
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वहीं, कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने कहा, “एक मां के तौर पर इस वीडियो को देखकर मैं रो पड़ी। नीतीश कुमार आखिर क्यों एंबुलेंस मौजूद नहीं हैं? यह आपराधिक लापरवाही का मामला है और आपको अस्पताल के खिलाफ एक्शन लेना होगा।” ट्विटर यूजर राकेश कुमार मिश्रा ने लिखा, “नेताओं को लाज शर्म तो आती नहीं। ये सब देख के कैसे सो पाते हो नितीश जी और खुलासा मंत्री?”